Lunar Eclipse 2022: 08 नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण, ये उपाय दुष्प्रभाव से करेंगे बचाव!
नई दिल्ली। 8 नवंबर (मंगलवार) को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण होगा। भारत की पूर्व दिशा के शहरों में पूर्ण चंद्र ग्रहण और बाकी शहरों में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखेगा। सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में शाम 4.23 बजे से पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखेगा। चंद्रोदय के साथ ही ग्रहण भी दिखने लगेगा। इस कारण …
नई दिल्ली। 8 नवंबर (मंगलवार) को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण होगा। भारत की पूर्व दिशा के शहरों में पूर्ण चंद्र ग्रहण और बाकी शहरों में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखेगा। सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में शाम 4.23 बजे से पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखेगा। चंद्रोदय के साथ ही ग्रहण भी दिखने लगेगा। इस कारण देश में सूतक रहेगा। चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है।
चंद्र ग्रहण की शुरुआत भारत में दोपहर 2.38 बजे हो जाएगी। देश के पूर्वी भाग कोलकाता, कोहिमा, पटना, पुरी, रांची, ईटानगर के आसपास के शहरों में पूर्ण चंद्र ग्रहण और शेष भारत में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखेगा। जहां पूर्ण ग्रहण रहेगा, वहां चंद्रमा लाल दिखाई देगा।
न्यूयॉर्क में 8 नवंबर को वहां के समय अनुसार तड़के 3.02 से ग्रहण शुरू होगा, सुबह 5.16 से पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखेगा और सुबह 6.41 चंद्र ग्रहण के साथ ही अस्त हो जाएगा। इस समय भारत में दोपहर के 4.11 बज रहे होंगे। इसके बाद भारत में चंद्रोदय के साथ ही ग्रहण दिखना शुरू हो जाएगा।
देव दिवाली का दीपदान 7 नवंबर को
7 नवंबर की शाम करीब 5 बजे से कार्तिक पूर्णिमा शुरू हो रही है, जो कि 8 नवंबर की शाम तक रहेगी। जब चंद्र ग्रहण खत्म होगा, तब पूर्णिमा तिथि भी खत्म हो जाएगी। काशी विद्वत परिषद के मुताबिक कार्तिक पूर्णिमा का दीपदान सोमवार को करना शुभ रहेगा। बनारस में गंगा नदी के किनारे इसी दिन दीपदान किया जाएगा। मंगलवार की सुबह नदी स्नान किया जा सकता है। अगर दान-पुण्य करना चाहते हैं तो 8 नवंबर को पूरे दिन कर सकते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. आनंदशंकर व्यास और पं. मनीष शर्मा का कहना है कि 7 नवंबर की शाम को दीपदान, 8 नवंबर की सुबह नदी स्नान और शाम को चंद्र ग्रहण खत्म होने के बाद भी दीपदान किया जा सकता है।
देश-विदेश में कहां-कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण
नासा की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक 8 नवंबर का चंद्र ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, पेसिफिक, अमेरिका में दिखाई देगा। कुछ जगहों पर चंद्र ग्रहण पूर्ण रहेगा, कुछ जगहों पर आंशिक और कुछ जगहों पर मांद्य चंद्र ग्रहण दिखेगा।
अगले साल कब-कब दिखेगा चंद्र ग्रहण
8 नवंबर के बाद 2023 में 5 मई को मांद्य और 28 अक्टूबर को आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। ये दोनों ग्रहण भारत में दिखेंगे। मांद्य चंद्र ग्रहण का सूतक नहीं रहता है।
ये 4 उपाय दुष्प्रभाव से करेंगे बचाव!
चंद्र मूल मंत्र का जाप
यदि किसी इंसान की कुंडली में चंद्र ग्रहण दोष है तो चंद्र ग्रहण उसके लिए ज्यादा दुष्प्रभावी हो सकता है। इसके लिए चंद्र मूल मंत्र का 108 बार नियमित जाप करें। इससे मन शांत रहेगा और चंद्र ग्रहण के दुष्प्रभावों से भी बचाव होगा। शिक्षा या करियर में सफलता के लिए भी इस मंत्र को उत्तम माना जाता है।
दान-पुण्य
यदि आपकी कुंडली में चंद्र ग्रहण दोष है तो चंद्र ग्रहण की अवधि समाप्त होने के बाद दान-पुण्य का काम करें। इस दौरान आप किसी गरीब को खाने-पीने की या जरूरत की सामग्री दान कर सकते हैं। इसमें सफेद चीजें दान करना सबसे उत्तम रहेगा। आप चावल, बताशे, चीनी, सफेद मिठाई, दूध आदि चीजें दान में दे सकते हैं।
हनुमान चालीसा
चंद्र ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए आप हनुमान चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं। यदि चंद्र ग्रहण मंगलवार या शनिवार के दिन पड़ रहा है तो सुंदरकांड का पाठ कर सकते हैं। ये उपाय आंशिक या पूर्ण दोनों प्रकार के चंद्र ग्रहण के दुष्प्रभावों से आपकी रक्षा करेगा। आप चाहें तो हनुमान चालीसा के बाद हनुमान जी को चोला भी अर्पित कर सकते हैं।
महामृत्युंजय मंत्र
चंद्र ग्रहण से बचाव के लिए महामृत्युंजय ”मंत्र’ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ” मंत्र का जाप करें। यह मंत्र ग्रहण के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव को निष्क्रिय कर सकता है। साथ ही आपको कई प्रकार के पापों से भी मुक्ति मिल सकती है।
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