मुरादाबाद : समझेंगे जब साइबर क्रिमिनल्स के हथकंडे, तभी मिलेंगे ठगी से बचने के फंडे

मुरादाबाद,अमृत विचार। सिरदर्द बने साइबर क्रिमिनल्स से बचने का एक मात्र तरीका जागरूकता है। जब तक हम साइबर ठगों के ठगी के हथकंडे नहीं समझेंगे, तब तक ठगी से बचना मुमकिन नहीं है। बैंक के खाताधारकों को चूना लगाने की कोशिश में जुटे साइबर ठग खाते की रकम हजम करने के लिए अमूमन चार तरह …
मुरादाबाद,अमृत विचार। सिरदर्द बने साइबर क्रिमिनल्स से बचने का एक मात्र तरीका जागरूकता है। जब तक हम साइबर ठगों के ठगी के हथकंडे नहीं समझेंगे, तब तक ठगी से बचना मुमकिन नहीं है। बैंक के खाताधारकों को चूना लगाने की कोशिश में जुटे साइबर ठग खाते की रकम हजम करने के लिए अमूमन चार तरह के हथकंडे अपनाते हैं। वह येनकेन प्रकारेण खाता धारकों की गोपनीय सूचनाएं हासिल करने की फिराक में रहते हैं। खाते से संबंधित जानकारी गोपनीय रखने को लेकर खाताधारक जब तक जागरूक व प्रतिबद्ध नहीं होगा, तब तक साइबर ठगी की घटनाएं रोकना मुश्किल है।
साइबर अपराध पर शोध करने वाली संस्था तथ्य फोरेंसिक के निदेश संजय मिश्र बताते हैं कि ऑनलाइन बैंकिंग और ट्रांजेक्शन में लगातार इजाफा हो रहा है। इसके साथ ही साइबर क्राइम का दायरा भी बढ़ रहा है। साइबर अपराध एक अलग दुनिया है। आभासी दुनिया में बुलिंग, ईमेल स्पैम, फिशिंग व ऑनलाइन घोटाले ही नहीं बल्कि आइडेंटिटी चोरी, वेब पर गैरकानूनी व आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट होने लगे हैं। यहां तक कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी तक पहुंचने या अपलोड करने जैसी आपराधिक हरकत हो रही है। पैसे की उगाही में जुटे साइबर क्रिमिनल्स लगातार नए हथकंडे अपना रहे हैं। लुभावने ऑफर देकर वह कंप्यूटर व मोबाइल फोन हैक करने की कोशिश करते हैं। मैलेशियस लिंक पर क्लिक करने को प्रेरित करते हैं। ऐसे में जरूरी है कि सावधानी बरती जाए। तभी साइबर अपराधियों के मंसूबे पर पानी फेरा जा सकेगा।
साइबर ठगी के चार तरीके
1- यूपीआई के जरिए ठगी
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के जरिए किसी को भी पैसा भेज कर आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। पैसे देने का लालच देकर साइबर ठग ‘रिक्वेस्ट मनी’लिंक भेजता है। जैसे ही यूजर लिंक पर क्लिक करता है, उसके खाते से रकम कटने लगती है। अननोन डेबिट रिक्वेस्ट को तुरंत हटा दें। अजनबियों के भेजे संदिग्ध लिंक पर कतई क्लिक न करें। तभी ठगी से बच सकेंगे।
2- क्यूआर कोड भेज ठगी
क्यूआर यानी क्विक रिस्पांस कोड भेजकर साइबर ठग ग्राहकों को चूना लगा रहे हैं। पहले वह मोबाइल फोन पर एक क्यूआर कोड भेजते हैं। क्यूआर कोड लिंक पर क्लिक करते ही ठग मोबाइल फोन का कोड स्कैन कर लेते हैं। फिर संबंधित बैंक खाते में जमा रकम हजम कर लेते हैं।
3- वाट्सऐप कॉल पर ठगी
अननोन वाट्सऐप पर कॉल पर सावधान रहें। अननोन कॉलर धोखा दे सकता है। आपका नंबर ब्लॉक कर सकता है। अनजान नंबरों से वाट्सऐप पर वीडियो कॉल आ रहे हैं। यूजर द्वारा कॉल रिसीव करते ही स्क्रीन एक न्यूड लड़की का वीडियो दिखाती है। फिर कॉल डिस्कनेक्ट हो जाती है। फोन कटने के बाद साइबर क्रिमिनल वीडियो के स्क्रीनशॉट भेजते हैं। बदनाम करने की धमकी देकर पैसे मांगते हैं। ऑनलाइन जबरन वसूली को साइबर अपराध की दुनिया में साइबर सेक्सटॉर्शन कहा जाता है। अनजान नंबर से पूरी तरह दूर रहें।
4- बैंकिंग से संबंधित धोखाधड़ी
बैंकिंग फ्राड में यूजर्स को बैंकिंग से संबंधित अपडेट या कार्ड सस्पेंशन व संदिग्ध लेनदेन जैसी सूचनाएं साइबर ठग देते हैं। डराने की स्ट्रेटजी तब नकली बैंकिंग पेज (फिशिंग पेज) की ओर ले जाती है, जिन्हें जानकारी चुराने के लिए डिजाइन किया गया है। यूजर्स को नकली कस्टमर सर्विस हेड का कॉल आता है। वह पीड़ित से बैंक की डिटेल प्राप्त करने की कोशिश करता है।
साइबर क्राइम से बचने के लिए दें खास ध्यान
- किसी भी अनचाहे ईमेल, एसएमएस या मैसेज में आया अटैचमेंट खोलने या क्लिक करने से बचें।
- भेजने वाले का पता है तो भी अटैचमेंट खोलने में सावधानी बरतें।
- ईमेल, वेबसाइट व अज्ञात ईमेल भेजने वालों में स्पेलिंग मिस्टेक्स से सावधान रहें।
- पासवर्ड न दोहराएं व पासवर्ड नियमित बदलते रहें। मुश्किल पासवर्ड बनाएं। कम से कम 10 लेटर, नंबर्स और सिंबल के कॉम्बो का उपयोग करें। पासवर्ड मैनेजिंग एप्लिकेशन पासवर्ड लॉक रखने में मददगार होगा।
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