मुरादाबाद: स्टेडियम कोच अपहरण कांड का खुलासा, फर्जी विजिलेंस अफसर गिरफ्तार

मुरादाबाद, अमृत विचार। सिविल लाइंस पुलिस ने स्टेडियम के कोच अपहरण कांड का पर्दाफाश करते हुए एक फर्जी विजिलेंस अफसर को गिरफ्तार कर लिया। जांच में अपहरण और रंगदारी मांगने की बात झूठी निकली। मामला प्रॉपर्टी विवाद से जुड़ा निकला, जिसमें कोच खुद ही आरोपी के साथ लग्जरी कार से बिजनौर गए थे।
सीसीटीवी फुटेज में भी कोच खुद कार में बैठते नजर आए। पुलिस ने आरोपी के पास से लग्जरी कार, फर्जी आईडी कार्ड, आधार कार्ड और नकदी बरामद की है। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह प्रॉपर्टी विवादों में समझौता कराकर मोटी रकम वसूलता था। पुलिस अब उसके आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है।
फर्जी विजिलेंस अफसर कैसे हुआ गिरफ्तार?
बुधवार को एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह और सीओ सिविल लाइंस कुलदीप गुप्ता ने पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर इस खुलासे की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पकड़े गए फर्जी विजिलेंस अफसर का नाम कुलदीप कुमार शर्मा (पुत्र स्व. ओमप्रकाश शर्मा) निवासी गुलावठी, जिला बुलंदशहर, हाल निवासी पल्लवपुरम फेस-1, थाना पल्लवपुरम, जिला मेरठ है।
10 मार्च को स्टेडियम कोच सुहेल अहमद (निवासी रामपुर रोड, एमडीए कॉलोनी, थाना कटघर) ने सिविल लाइंस थाने में अपहरण व रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया था।
इंस्पेक्टर सिविल लाइंस मनीष सक्सेना और अंकुल चौधरी ने मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में सुहेल खुद ही कार में बैठते हुए नजर आए। इसके बाद पुलिस ने फर्जी विजिलेंस अफसर कुलदीप कुमार शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।
प्रॉपर्टी विवाद सुलझाने के नाम पर करता था ठगी
पूछताछ में कुलदीप ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि वह प्रॉपर्टी विवादों को सुलझाने के नाम पर दोनों पक्षों से मोटी रकम वसूलता था। सुहेल अहमद से भी प्रॉपर्टी विवाद निपटाने की डील हुई थी। वह खुद कार से सुहेल के साथ बिजनौर गया था। वहां विपक्षी पक्ष के लोगों से समझौता हो गया था, लेकिन अंतिम समय में विवाद फिर बढ़ गया। इसके बाद वहां पुलिस पहुंच गई और कुलदीप को भागना पड़ा।
कुलदीप ने स्वीकार किया कि वह फर्जी विजिलेंस अफसर बनकर अब तक कई प्रॉपर्टी मामलों में लाखों रुपये वसूल चुका है। पुलिस अब उसकी पूरी आपराधिक पृष्ठभूमि खंगाल रही है।
कोर्ट में पेशी के बाद भेजा गया जेल
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि पकड़े गए फर्जी विजिलेंस अफसर कुलदीप कुमार शर्मा का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। मामले की गहन जांच जारी है।
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