मुरादाबाद: गौतम बुद्ध व बाबा साहब की मूर्तियों की बढ़ी मांग, कारोबारी तैयारी में जुटे

मुरादाबाद,अमृत विचार। मुरादाबाद पूरे विश्व में पीतल नगरी के नाम से विख्यात है। यहां की नक्काशी और कारीगरी लोगों को बहुत भाती है। इसके चलते देश ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लोग यहां के बने पीतल के उत्पादों के खरीदार हैं। बुद्ध पूर्णिमा और भीमराव अंबेडकर की जयंती के नजदीक आते ही देश कई …
मुरादाबाद,अमृत विचार। मुरादाबाद पूरे विश्व में पीतल नगरी के नाम से विख्यात है। यहां की नक्काशी और कारीगरी लोगों को बहुत भाती है। इसके चलते देश ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लोग यहां के बने पीतल के उत्पादों के खरीदार हैं। बुद्ध पूर्णिमा और भीमराव अंबेडकर की जयंती के नजदीक आते ही देश कई हिस्सों से इस बार महात्मा बुद्ध और बाबा साहब की मूर्तियों की मांग आने लगी है। इसको लेकर कारोबारी तैयारी में जुटे हुए हैं।
फिलहाल इन मूर्तियों की सबसे अधिक मांग महाराष्ट्र से आ रही है। बाजार में दो सौ रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक की मूर्तियां उपलब्ध हैं। कारोबारियों का कहना है कि पिछले साल कोरोना की वजह से लगे लाकडाउन ने कारोबार पूरी तरह ठप कर दिया था। लेकिन, इस बार पांच सौ से छह सौ मूर्तियों के आर्डर अभी तक आ चुके हैं।
महाराष्ट्र में बढ़ता कोरोना संक्रमण कारोबार पर डल रहा असर
कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते कुछ जगहों पर लाकडाउन लगा दिया गया है। ऐसे में इस कारोबार पर थोड़ा असर पड़ता दिखाई दे रहा है। हालांकि इस बार पिछले साल की अपेक्षा काम काफी हद तक ठीक है।
पांच सौ से छह सौ मूर्तियों की आई डिमांड
हर महीने 100 से 150 मूर्तियों के आर्डर आ जाते हैं, जिससे 50 लाख से अधिक का कारोबार हो जाता है। इस बार बाबा साहब की जयंती और बुद्ध पूर्णिमा को लेकर पांच सौ से छह सौ मूर्तियों की डिमांड आई है। -मुकुल अग्रवाल
बाबा साहब और गौतम बुद्ध की मूर्तियों की डिमांड आने लगी है। इसके चलते हम लोगों को कुछ राहत मिलेगी। इस बार पांच सौ से छह सौ मूर्तियों के आर्डर आए हैं, जिससे हमें काफी राहत मिली है। -अर्पित अग्रवाल,व्यापारी