Varanasi Masan Holi 2025 : ...होली खेले मसाने में, रंगोत्सव से पहले हरिश्चंद्र घाट पर चिता की राख से खेली गई होली

Varanasi Masan Holi 2025 : ...होली खेले मसाने में, रंगोत्सव से पहले हरिश्चंद्र घाट पर चिता की राख से खेली गई होली

Amrit Vichar, Varanasi : मोक्षनगरी काशी को परंपराओं का शहर कहा जाता है। पूरे विश्व में मशहूर बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ की नगरी में अनेक ऐसे त्योहार हैं, जिन्हें देखकर दुनिया हैरान हो जाती है। इन्हीं सब में एक है मसान की होली। रंगोत्सव से पूर्व काशी के महाशमशान मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर चिता की भस्म से होली खेलकर यह पर्व मनाया जाता है। सोमवार को हरिश्चंद्र घाट पर चिता की भस्म से होली खेली गई। इस अनूठी होली को देखने के लिए देश और दुनिया के कई हिस्सों से करीब 05 लाख से भी ज्यादा पर्यटक मोक्षनगरी पहुंच चुके हैं। 

काशी की सड़कों पर नागा साधु हरिश्चंद्र घाट की तरफ बढ़ते रहे। कोई चेहरे पर राख मलता दिखाई पड़ा तो कोई चिता की भस्म से नहाया हुआ था। शमशान घाट की तरफ जाने वाले सभी रास्ते, सकरी गलियां राख से पट गईं। मसान की होली पहले दिन घाट पर पर्यटकों की भीड़ एकत्र हो गई। जहां, एक तरफ चिताओं से उठता धुंआ, तो दूसरी तरफ अघोरी और नागा साधु राख से होली खेलते रहे। इस अनूठी होली में खुशी और गम का संगम भी दिखाई पड़ रहा था। 

काशी की होली

गौरतलब है कि सुबह 11 बजे काशी के कीनाराम आश्रम से शोभायात्रा निकाली गई। इस यात्रा में रथ और घोड़ों पर सवार अघोरी, नागा साधु हरिश्चंद्र घाट पर पहुंचे। शोभा यात्रा में शामिल कलाकार शिव तांडव करते रहे। होली खेले मसाने में ... जैसे गानों पर पर्यटक भी थिरकने पर मजबूर हो गए।  वहीं मंगलवार को मणिकर्णिका घाट पर चिता भस्म की होली मनाई जाएगी। प्रशासन की तरफ से सारी तैयारियां मुकम्मल हो चुकी हैं। वहीं वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने लोगों से अपील भी की है कि काशी की परंपरा का ख्याल रखते हुए शांतिपूर्ण तरीके से मसान की होली खेलें। किसी प्रकार की हुड़दंगाई और अमर्यादित कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस परंपरा की आड़ में नशा करने वाले लोगों को भी इस पर्व में शामिल न होने की हिदायत दी गई है। 

हरिश्चंद्र घाट

ड्रोन से रखी जाएगी नजर

वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि इस परंपरा की आड़ में नियमों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूरे आयोजन पर ड्रोन निगरानी की जाएगी। इसके अलावा जो लोग भी नशा करते हुए अथवा परंपरा पर्व के दौरान शांति भंग करते हुए देखे जाएंगे, उन पर विधिक कार्रवाई होगी।

यह भी पढ़ें- प्रयागराज : संभल की जामा मस्जिद में सफेदी करवाने के मामले में एएसआई से मांगा स्पष्टीकरण