संभल : ASI ने देखा किला-बावड़ी व तोता मैना की कब्र का हाल...गेट पर अवैध निर्माण देख भड़के DM, कर्मचारियों को सुनाई खरी खोटी

नीमक्षरण्य तीर्थ,तोता मैना की कब्र व चोर कुएं का भी अफसरों व डीएम,एसपी ने निरीक्षण

संभल : ASI ने देखा किला-बावड़ी व तोता मैना की कब्र का हाल...गेट पर अवैध निर्माण देख भड़के DM, कर्मचारियों को सुनाई खरी खोटी

संभल, अमृत विचार। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) की टीम को जिलाधिकारी राजेंद्र पैंसिया ने पृथ्वीराज चौहान के काल की बावड़ी, नीमक्षरण्य तीर्थ के कुंए व फिरोजशाह के किले का सर्वे कराया। किले के गेट पर अवैध निर्माण देख भड़के डीएम ने एएसआई टीम के सदस्यों व राजस्व विभाग के अधिकारियों को जमकर खरी खोटी सुनाई। किले के साथ ही तोता मैना की कब्र व पृथ्वीराज चौहान के काल की बावड़ी के सौंदर्यीकरण के भी निर्देश डीएम ने दिये।

बुधवार को दोपहर बाद जिलाधिकारी राजेंद्र पैंसिया व एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई एएसआई टीम के साथ पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित फिरोजपुर के किले का हाल देखने के लिए पहुंचे। किले के मुख्य गेट के बाहर अवैध निर्माण देख डीएम भड़क गये। हाल यह दिखा कि प्राचीन किला लिखा बोर्ड भी निर्माण के अंदर ढंक लिया गया था। डीएम ने इसे लेकर नाराजगी जताते हुए लेखपाल को तलब किया तो पता चला कि जिस जमीन पर निर्माण किया गया है वह आबादी के नाम पर है। कब्जा करने वालों ने जमीन के पट्टे काटे जाने की बात भी कही। 

डीएम ने एएसआई अधिकारियों व राजस्व से जुड़े लोगों से कहा कि संरक्षित किले का पूरा मुख्य द्वार अतिक्रमण की चपेट में आ गया तो किसी ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। एसडीएम वंदना मिश्रा ने इसे लेकर कार्रवाई करने व अतिक्रमण जल्द हटवाने का भरोसा डीएम को दिलाया। इसके बाद डीएम,एसपी एएसआई टीम के साथ किले के अंदर निरीक्षण के लिए पहुंचे। वह स्थान भी देखा जहां से सुरंग जाने की बात कही जाती है। एएसआई से पूछा कि कितना राजस्व क्षेत्र उनके द्वारा संरक्षित किया जा रहा है। कहा कि इस जगह को सौंदर्यीकरण कर ऐसा बनाया जाये कि पर्यटक यहां आ सकें। किला क्षेत्र में स्थित मस्जिद को भी देखा गया।

पृथ्वीराज के काल की बावड़ी में अंदर जाकर देखा हाल
 जिलाधिकारी राजेंद्र पैंसिया व पुलिस अधीक्षक एएसआई टीम को लेकर कमलपुर सराय गांव के जंगल में उस बावड़ी को देखने के लिए पहुंचे जिसे पृथ्वीराज चौहान के समय की बताया जाता है। डीएम व एसपी एएसआई टीम को लेकर बावड़ी के अंदर पहुंचे। इतना ही नहीं जर्जर हाल होने के बावजूद दोनों अधिकारी एएसआई टीम के साथ बावड़ी की जमीन में दूसरी मंजिल में गये और वहां का हाल देखा। बताया गया कि यह बावड़ी जमीन में चार से पांच मंजिल तक गहरी है। राजा व उनकी सेना नीचे जाकर पानी पीते थे। इतना ही नहीं बावड़ी के कमरे गुप्त निवास व गोपनीय तरीके से सेना को ठहराने के काम भी आते थे। टीम ने बावड़ी को लेकर जानकारी जुटाई।

तोता मैना की कब्र का भी हुआ सर्वे
डीएम व एसपी ने एएसआई टीम के सदस्यों को बावड़ी से कुछ पहले तोता मैना की कब्र को भी दिखाया। कब्र के दोनों तरफ असमाजिक तत्वों ने मिट्टी की खोदाई कर रखी थी। डीएम ने स्थानीय लोगों से इस स्थान के इतिहास के बारे में पूछा। साथ ही एएसआई से तोता मैना की कब्र व प्राचीन बावड़ी को संरक्षित करने की बात कही।

देखा वह कुंआ जिसमें है पानी
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम ने नैमीक्षारण्य तीर्थ पर उस कुंए को भी देखा जो तीन दिन पहले ही सामने आया है। जिलाधिकारी राजेंद्र पैंसिया व एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के साथ पहुंची टीम ने कुंए के बारे में जानकारी ली। तीर्थ के महंत बाल योगी दीनानाथ ने बताया कि बाबा क्षेमनाथ की प्रेरणा से खुदाई की गई तो यह कूप सामने आया। एएसआई टीम ने कुंए की ईंटों को देखकर कहा कि कुंआ काफी पुराना है।

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