रामपुर : महंत को झूठा फंसाने का आरोप लगाते हुए साधु-संतों में रोष
कलेक्ट्रेट में एसपी कार्यालय के सामने बैठे साधुओं ने गाए भजन
रामपुर, अमृत विचार। महंत को झूठा फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए साधु-संतो में रोष व्याप्त है। काफी साधु-संत एकत्र गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और एसपी कार्यालय के समक्ष भजन कीर्तन करने लगे। आरोप लगाया कि एक दरोगा ने कुछ लोगों से मिलकर महंत पर झूठा आरोप लगाकर उन पर झूठी कार्रवाई की और कोर्ट ने उनको जेल भेज दिया है। मांग है कि महंत को तुंरत छोड़ा जाए और दरोगा को तत्काल निलंबित करें। इस दौरान साधु-संत जयश्री राम के नारे लगाते रहे।
विश्व हिन्दू परिषद के बैनर तले काफी साधु संत एकत्र होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने दरी बिछाकर बैठ गए। उसके बाद ढोलक और मजीरें बजाकर भजन कीर्तन करना शुरू कर दिया। सीओ सिटी ने मौके पर साधु-संतो को शांत किया इसके बाद साधु संतों ने डीएम और एसपी को संबोधित ज्ञापन सीओ सिटी जितेंद्र कुमार को दिया। ज्ञापन में कहा गया है कि विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख संत व विभिन्न मंदिरों के पीठाधीश्वर बताना चाहते हैं कि अजीम नगर क्षेत्र के ग्राम दौरनिया के मंदिर पर लगभग 25 वर्ष से रह रहे महंत रामस्वरूप गिरि महाराज जो लगभग 80 वर्ष की आयु के हैं। गांव व क्षेत्र में भागवत कथा, नोकुंडी महायज्ञ, कलश यात्रा, भंडारा एवं अन्य धार्मिक कार्यक्रमों को करके हिंदू समाज को संगठन होने के लिए जागरूक करते हैं।
मुस्लिम आबादी ज्यादा होने की वजह से सारे मुस्लिम समाज के लोग उन्हें गांव व क्षेत्र से भगाना चाहते हैं। हत्या का षड्यंत्र रचते रहते हैं, इसी बात से परेशान होकर मुस्लिम समाज के एक युवक ने एक हिंदू लड़की से शारीरिक संबंध बनाए। कई वर्ष से उसके साथ दुष्कर्म करता रहा और आरोप संत रामस्वरूप गिरि पर लगा दिया। कई लोग उनके पक्ष में आए तो मुस्लिम समाज के लोगों ने थाना अजीमनगर के एक दरोगा से साठगांठ करके अन्य तीन लोगों के नाम भी रिपोर्ट में डलवा दिए जोकि, सरासर झूठ हैं। दरोगा द्वारा पूरे क्षेत्र में कह दिया गया कि अगर किसी ने कुछ कहा तो इसमें नाम और बढ़ा दूंगा। महंत निर्दोष होने के बावजूद आज जेल में है। मांग है कि महिला व पुरुष अधिकारियों की टीम गठित कर प्रशासन इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराए सारी सत्यता सामने आ जाएगी। ज्ञापन में कहा गया है कि महंत लगभग डेढ़ माह से जेल में बंद हैं। महंत निर्दोष हुए तो डेढ़ महीने से बंद महंत की 80 वर्ष कि तपस्या खंडित हुई है उसकी भरपाई कौन करेगा। जांच रिपोर्ट में या डीएनए रिपोर्ट में जरा सी छेड़छाड़ करने पर मुख्यमंत्री के द्वारा पुनः जांच कराने की चेतावनी दी गई है। मांग है कि दरोगा को निलंबित किया जाए और महंत को सम्मान के साथ जेल से बिना शर्त रिहा किया जाए। सभी मांगो पर तुरंत निर्णय लेकर ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो कलेक्ट्रेट में बैठकर प्रभु का भजन कीर्तन करेंगे। पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्र का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी।
ज्ञापन देने वालों में यह लोग रहे मौजूद
महंत पर्व गिरि, महाराज महंत ओमकारा नन्द, महंत भगवानदास नाथ, महंत प्रभास गिरी, वीर सिंह, ओम भारती, दिवाकर मुनि, पूरन गिरि,गोपाल गिरि आदि।