मुरादाबाद : 100 साल पुराने गौरी शंकर मंदिर को खुलवाने के लिए किया प्रदर्शन
जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर मंदिर खुलवाने की मांग की
मुरादाबाद, अमृत विचार। महानगर के 100 साल पुराने गौरीशंकर मंदिर को खुलवाने की मांग को लेकर लाइनपार मझोला निवासी सेवाराम व अन्य लोगों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया। कहा कि जब भी मंदिर खोलने का प्रयास करते हैं तभी दूसरे समुदाय के लोग उनसे झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। जानमाल की धमकी देते हैं। अधिकारियों से मामले में कार्रवाई कर मंदिर खुलवाने की मांग की। अब जिला प्रशासन इसकी जांच कराने की तैयारी कर रहा है।
भोलानाथ ट्रेडर्स के पास लाइनपार मझोला के निवासी सेवाराम पुत्र रामगोपाल ने बताया कि उनके परदादा भीमसेन ने गौरीशंकर मंदिर की स्थापना नागफनी थाने के झब्बू के नाले के पास अपनी जमीन पर अब से 100 साल पूर्व कराई थी। उसके परदादा उस मंदिर की देखरेख व पूजा-अर्चना करते थे। 1980 में हिंदू मुस्लिम झगड़े में उनके परदादा की हत्या कर दी गई थी। तब से वह और उसका परिवार लाइनपार मझोला में आकर रहने लगा। जब भी वह या उसके परिवार के सदस्य मंदिर को खोलने का प्रयास करते हैं तो दूसरे समुदाय के लोग उसे और उसके परिवार को गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी देते हैं। कहा कि दूसरे समुदाय के द्वारा मंदिर की जमीन पर अनाधिकृत तरीके से कब्जा कर रखा है। जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर मंदिर खुलवाने का आदेश पारित करने और जानमाल की रक्षा करने की गुहार लगाई।
जिलाधिकारी अनुज सिंह ने बताया कि गौरीशंकर मंदिर के मामले में एक व्यक्ति की ओर से पत्र मिला है। शुक्रवार को वहां टीम भेजकर तथ्यों की जांच कराने के अलावा अन्य बिंदुओं को दिखवाएंगे। सभी बिंदुओं को देखने के बाद ही आगे निर्णय लेंगे। वहीं जैन मंदिर के प्रकरण पर कहा कि जैन मंदिर को लेकर कोई विवाद नहीं है। वहां पर लोग सफाई आदि कर रहे हैं।
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