लखीपुर खीरी: जानिए क्या है खालिस्तानी आतंकियों का खीरी से कनेक्शन...

पीलीभीत में तीन खालिस्तानी आतंकियों के एनकाउंटर से खीरी में भी अलर्ट

लखीपुर खीरी: जानिए क्या है खालिस्तानी आतंकियों का खीरी से कनेक्शन...
फाइल फोटो-खीरी हिंसा में भिंडरावाले की टीशर्ट पहने युवक की वायरल हुई थी ये तस्वीर।

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। पीलीभीत जिले के पूरनपुर में तीन खालिस्तानी आतंकियों के पुलिस में मुठभेड़ में ढेर होने के बाद खीरी जिले के तराई क्षेत्र में भी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। मिनी पंजाब के नाम से जाने वाले इस क्षेत्र में पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने निगरानी तेज कर दी है। 1990 के दशक में तराई के जिले लखीमपुर खीरी से लेकर पीलीभीत तक आतंकवाद से थर्राता था।

यूपी के पीलीभीत, बहराइच लखीमपुर आदि जिलों के भारत-नेपाल सीमा से जुड़े तराई क्षेत्रों में सिख समुदाय की बड़ी आबादी निवास करती है। इससे इन इलाकों को मिनी पंजाब भी कहा जाता है। बताते हैं कि देश के आजाद होने के बाद पाकिस्तान के सिंध व पश्चिम बंगाल से सिख समुदाय के बड़ी संख्या में लोगों पलायन कर तराई की तरफ रुख किया और यहां खाली पड़ी जमीनों को कौड़ियों के भाव खरीदकर कड़ी मेहनत कर उसे उपजाऊ बनाया। यूपी की सीमा से सटे उत्तराखंड के बाजपुर, काशीपुर, नानकमत्ता में भी बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोग रहते हैं। पंजाब में 80 के दशक में जब आतंकवाद पनपा तो यहां रहने वाले सिखों ने खुद को इससे अलग रखा। खुली नेपाल सीमा होने के कारण खालिस्तानी आतंकवादियों ने सुरक्षा की दृष्टि से इसे महत्वपूर्ण माना और अपना ठिकाना बनाने लगे। पिछले सालों में खीरी जिले की तराई में छिपे आतंकी पकड़े जा चुके हैं। वर्ष 2021 में भारत-नेपाल सीमा पर तिकुनियां में हुई हिंसा में भी खालिस्तानी झंडे और भिंडारावाल की टीशर्ट पहने एक सिख युवक का फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इससे इस बात को नकारा नहीं जा सकती है कि जिले में खालिस्तानी नेटवर्क नहीं है। सोमवार को पड़ोसी जनपद पीलीभीत के पूरनपुर इलाके में पंजाब निवासी तीन खालिस्तानी आतंकवादियों को मुठभेड़ में मार गिराए जाने के बाद खीरी जिले में भी खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं और खालिस्तानी मॉड्यूल खंगाल रही हैं।

खीरी में हथियार और विस्फोटक छुपाने के बयान से सक्रिय हुईं थीं एजेंसियां
दो हफ्ते पहले पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल पर गोली चलाने वाले पकड़े गए पंजाब के आतंकी नारायण सिंह चौड़ा का कनेक्शन भी सामने आया था। दरअसल,  उसने सुरक्षा एजेंसियों को लखीमपुर जिले में हथियार और विस्फोटक छुपाने की जानकारी भी दी थी। इससे एजेंसियां सक्रिय हो गईं थीं। 

खीरी से पकड़े जा चुके हैं आतंकी
18 सितंबर 2017 को यूपी एटीएस और पंजाब पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए खीरी जिले से प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा के दो सदस्यों हरप्रीत उर्फ टोनी और सतनाम सिंह को गिरफ्तार किया था। दोनों लखीमपुर खीरी के निवासी थे। इन दोनों पर आरोप था कि 27 नवंबर 2016 में पंजाब की नाभा जेल से दो आतंकी और चार गैंगस्टर को फरार कराने में दोनों ने भाहने वाले आतंकियों को असलहा व अन्य मदद उपलब्ध कराई थी। पंजाब के जिला भगत सिंह नगर की अदालत ने लखीमपुर के हरप्रीत उर्फ टोनी व सतनाम सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।

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