महाकुम्भ 2025 : अव्यवस्थाओं को देख सीएम ने लगाई फटकार, आठ दिन का दिया अल्टीमेटम
प्रयागराज, अमृत विचार : 13 जनवरी से शुरु हो रहे महाकुम्भ की तैयारी का जायजा लेने सोमवार दोपहर 1.00 बजे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे। इस महाकुम्भ की तैयारी को लेकर प्रयागराज में चौथा आगमन है। इससे पहले भी मुख्यमंत्री तीन बार प्रयागराज आकर जायजा ले चुके है। सीएम योगी सोमवार को एक बजे प्रयागराज नैनी मेला स्थित डीपीएस ग्राउंड में बने हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर से पहुंचे। जहां उन्होंने टेंट सिटी का निरीक्षण किया। सीएम योगी ने अधिकारियों से 10 सिटी की पूरी जानकारी ली। कमएम योगी ने अधिकारियों को महाकुंभ की तैयारी को जल्द ही पूरा करने का कड़ा निर्देश दिया है। इसके बाद सीएम दशाश्वमेध घाट पहुंचकर स्वच्छता गंगा का दुग्धाभिषेक कर पूजा अर्चना कर आरती की। योगी योगी ने आईट्रिपलसी में मेलाधिकारी समेत सभी विभागीय अधिकारियों के साथ विभिन्न तैयारियों की समीक्षा बैठकर कार्यों की जानकारी ली।
महाकुंभ 2025 की तैयारी का संपूर्ण जायजा लेने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार की दोपहर 1:00 बजे प्रयागराज डीपीएस ग्राउंड पहुंचे। जहां उन्होंने अरैल में बना रहे टेंट सिटी का जायजा लिया। योगी आदित्यनाथ अप्रैल में सिटी की सुविधाओं की पूरी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अफसरों को फटकारते हुए नाराजगी जाहिर की और जल्द कार्य को करने करने का कड़ा निर्देश जारी किया। इसके बाद सीएम योगी दारागंज स्थित दशाश्वमेध घाट पहुंचे। वहां गंगा की पूजा और आरती की दूध से गंगा अभिषेक कर पूजा अर्चना की इसके बाद सीएम योगी मेला प्राधिकरण कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने मेलाधिकारी विजय किरण आनंद समेत अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठकर महाकुंभ की तैयारी की समीक्षा की। सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ करीब 1 घंटे बैठक की। इसके बाद सीएम योगी सूबेदारगंज सेतु और मंडल के सबसे बड़े अस्पताल स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय का निरीक्षण करने पहुंचे। वहां पर अधीक्षक संग अस्पताल की पूरी व्यवस्थाओं को देखा।
मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों से परियोजनाओं की पूरी जानकारी ली। जिसमें रिवर फ्रंट, नगवासुकी मंदिर घाट, दारागंज संगम क्षेत्र, आलोपी बाग फ्लाईओवर पाल्टून पुल निर्माण की रिपोर्ट मांगी। बैठक में उन्होंने महाकुंभ के तहत शहर और संगम तट पर चलने वाले कार्यो की पूरी जानकारी ली। सीएम के साथ कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, एके शर्मा, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, सांसद प्रवीण पटेल, एमएलसी सुरेंद्र चौधरी, विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह, हर्षवर्धन बाजपेई, दीपक पटेल, महापौर गणेश केसरवानी मौजूद रहे।
सीएम योगी ने एसआरएन का किया निरीक्षण
सीएम योगी स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में पहुंचकर नवनिर्मित ओपीडी बिल्डिंग को देखा। उन्होंने कहा कि मरीजों के लिए इसे जल्दी शुरु कराया जाए। उन्होंने कैंपस में यूनिट का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों को निर्देश दिया कि महाकुंभ में आने मरीजों का बेहतर इलाज हो। इस दौरान मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉक्टर वत्सला मिश्रा, प्रमुख अधीक्षक डॉक्टर एके सक्सेना, उप प्रमुख अधीक्षक गौतम त्रिपाठी, डॉ मनोज माथुर, डॉ तारिक महमूद डॉक्टर, डॉक्टर आरबी कमल, मोहित जैन समेत अन्य चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।
योगी बोले- पहली बार यहां गंगा रिवर फ्रंट दिखेगा
मेला कार्यालय पर योगी ने मीडिया से बात कि। योगी ने कहा- यहां पर पहली बार मां गंगा का रिवर फ्रंट लोगों के होगा जो पहली बार देखेंगे। उन्होंने कहा जेटी के निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने 100 बेड का अस्थायी हॉस्पिटल स्थापित हो चुका है। इसके अलावा 25 बेड के हॉस्पिटल अलग-अलग जगहों पर बनाए जा रहे हैं। पहली बार प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं को कॉरिडोर के माध्यम से तमाम झांकियां देखने को मिलेगी। अक्षयवट कॉरिडोर और लेटे हनुमान जी मंदिर कॉरिडोर पहली बार भव्यता से लोग देखेंगे। इसके साथ ही सरस्वती कूप कॉरिडोर भी तैयार किया गया है।
पहली बार आपदा सहयोग की होगी तैनाती
सीएम योगी ने बताया कि महाकुम्भ में केंद्र और राज्य सरकार के विभागों ने एक साथ मिलकर युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। महाकुंभ मेले में पहली बार आपदा मित्रों की तैनाती की जा रही है। एन डी आर एफ और एस डी आर एफ के साथ आपदा सहयोग भी मेले में श्रृद्धालुओं का पूरा सहयोग करेंगे।
सात लेयर में होगी महाकुम्भ की सुरक्षा
महाकुंभ में श्रृद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर बड़ी तैयारी की गयी है। सोमवार को पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने तैयारी को लेकर एक प्रेस वार्ता के माध्यम से महाकुंभ आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी प्लानिंग बताई। उन्होंने बताया कि किस तरह से कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि महाकुंभ में लोगों की सुरक्षा के लिए सात लेयर में व्यवस्था की गई है। इस तैयारी के लिए हम 200 करोड रुपए की सुरक्षा उपकरण खरीद कर लोगों की सुरक्षा करेंगे 45 दिनों में 40 से 50 करोड लोग प्रयागराज पहुंचने वाले हैं। जिसकी तैयारियां पूरी हो रही है शाही स्नान के दिन पहले तिथि पोस्ट पूर्णिमा 13 जनवरी है दूसरी मकर संक्रांति 14 जनवरी को शाहिद नाम तीसरा मोदी अमावस्या शाही स्नान 29 जनवरी को होगा अंतिम तिथि अंतिम शैलियन बसंत पंचमी के दिन 3 फरवरी को होगा ।
उसके बाद मां की पूर्णिमा 12 फरवरी और महाशिवरात्रि 26 फरवरी के साथ महाकुंभ का समापन हो जाएगा उन्होंने बताया कि महाकुंभ की सुरक्षा के लिए करीब 200 करोड़ के उपकरण मंगाई जा रहे हैं। जिसमें मैनपॉवर के साथ-साथ सीसीटीवीके थर्ड ड्रोन और अंतिम ड्रोन सिस्टम लगाए जा रहे हैं। किसी भी तरह के डिजास्टर सुविधा सुरक्षा और लोगों के डूबने से बचने के लिए अभी उपकरण खरीद लिए गए हैं। इंटरेस्ट रेट और इंटरनेशनल बॉर्डर पर भी कड़ी सुरक्षा की जाएगी जिससे श्रद्धालु संगम स्नान के साथ-साथ काशी विश्वनाथ कॉरिडोर अयोध्या राम मंदिर विंध्याचल कॉरिडोर का भी दर्शन करने आ सकते हैं।
महाकुम्भ को सक्सेस स्टोरी बनाने और सिटी की ब्रांडिंग का अमूल्य अवसर: सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में महाकुम्भ 2025 की तैयारियों की समीक्षा के दौरान पत्रकारों से भी वार्ता की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महाकुम्भ की तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं। सीएम योगी ने प्रयागराज के लोगों से इस अवसर को एक सक्सेस स्टोरी में बदलने और प्रयागराज की ब्रांडिंग के लिए सहयोग का भी आह्वान किया। सीएम योगी ने कहा कि सनातन गौरव के सबसे बड़े समागम महाकुम्भ की तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है। अब तक 20 हजार से अधिक संतों और संगठनों के साथ ही अन्य संस्थाओं को यहां पर रजिस्ट्रेशन करते हुए भूमि आवंटन के साथ जोड़ा गया है। इसमें सभी 13 अखाड़े, दंडीवाड़ा, आचार्य वाड़ा के साथ-साथ प्रयागवाल सभा और खाक चौक आदि को भूमि आवंटन की कार्रवाई की जा चुकी है। शेष अन्य लोगों को भी भूमि आवंटन की प्रक्रिया से जोड़ा जा रहा है। अन्य संस्थाओं के साथ ही नई संस्थाएं भी हैं, जिनको 5 जनवरी तक भूमि आवंटन किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। भूमि और अन्य प्रकार की सुविधाओं के लिए पर्याप्त व्यवस्था डबल इंजन की सरकार द्वारा की जा रही है।
कार्यों से संतुष्ट दिखे सीएम
सीएम ने कहा महाकुम्भ में पांटून ब्रिज 22 से बढ़कर के 30 हो रहे हैं, जिसमें 20 अब तक तैयार हो चुके हैं और हर हाल में प्रयास है कि 30 तक सब सभी 30 के 30 पांटून ब्रिज बनकर तैयार हो जाएं। चेकर्ड प्लेट यहां पर कुल 651 किलोमीटर की बिछनी थी, जिसमें 330 किलोमीटर की चेकर्ड प्लेट्स अब तक बिछाई जा चुकी हैं। इसका कार्य भी युद्धस्तर पर चल रहा है और यह भी समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ेगा। साइनेजेस लगाने का कार्य भी युद्ध स्तर पर चल रहा है। अब तक मेला क्षेत्र में 250 साइनेजेस लगाए जा चुके हैं, जबकि सिटी के अंदर भी 661 स्थानों पर साइनेजेज लगाने का कार्य किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश जल निगम के द्वारा भी यहां पर व्यापक कार्य किए जा रहे हैं। खासतौर पर यह प्रयास है कि सिंचाई विभाग के द्वारा अविरल और निर्मल गंगा के दर्शन हों, पर्याप्त मात्रा में संगम पर जल उपलब्ध होता रहे। आप देख रहे होंगे कि अन्य वर्षों की तुलना में इस बार मां गंगा और मां यमुना ने बड़ी कृपा की है और काफी पर्याप्त मात्रा में जल मौजूद है। यही नहीं, जल शुद्ध है और स्नान व आचमन करने योग्य भी है। कहीं भी कोई सीवर, इंडस्ट्री का एफ्लुएंट, या कोई ड्रेनेज नदी में ना गिरने पाए, इसके लिए जगह-जगह एसटीपी तो फंक्शनल हैं ही, बायोरेमेडिशन की पद्धति के माध्यम से, जिओ ट्यूब के माध्यम से उनके शुद्धिकरण के कार्यक्रम को भी यहां पर सुनिश्चित किया गया है।
30 दिसंबर तक तैयार हो जाएंगे रिवर फ्रंट और घाट
सीएम योगी ने कहा कि यहां पर पावर कारपोरेशन के द्वारा 24 घंटे विद्युत आपूर्ति के लिए 400 केवीए के 85 सब स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं, जिसमें से 77 स्थापित हो चुके हैं। ढाई सौ केवीए के 14 सबस्टेशनों में से 12 स्थापित किए जा चुके हैं। 100 केवीए के 128 सब स्टेशनों में से 94 स्थापित हो चुके हैं। एलटी लाइन 1160 किलोमीटर, एचटी लाइन 160 किलोमीटर और एलइडी स्ट्रीट लाइट अब तक लगभग 48000 स्थापित की जा चुकी हैं। यहां पर पहली बार मां गंगा का रिवर फ्रंट लोगों को देखने को मिलेगा। प्रयागराज में पहली बार रिवर फ्रंट और पक्के घाट बने हैं। ऐसे ही अरैल में भी एक घाट बन रहा है और प्रयास है कि 30 दिसंबर तक हर हाल में वह घाट बनाकर तैयार हो जाए। सीएम ने कहा कि जितने भी स्थाई और अस्थाई कार्य होने थे, इन पर युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है। जेटी के निर्माण का कार्य का युद्ध स्तर पर चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने भी 100 बेड का एक अस्थाई अस्पताल स्थापित कर दिया है। इसके अलावा 25 बेड के हॉस्पिटल अलग-अलग स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बनाए जा रहे हैं। फर्स्ट एड बॉक्स की सुविधा यहां पर प्रदान की जा रही है।
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