बदायूं: बंदरों के आतंक से गिरी कच्ची दीवार के मलबे में दबकर गई तीन साल के मासूम जान
सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के गांव मझिया में हुआ हादसा, एक महिला भी घायल
बदायूं, अमृत विचार। जिले में गोवंश और बंदरों का आंतक है। छुट्टा गोवंश खेत और सड़क पर लोगों पर हमला कर रहे हैं तो बंदरों की वजह से घरों पर तक रहना मुश्किल हो गया है। छुट्टा गोवंश और बंदरों की वजह से लोगों की मौत हो रही है। बंदरों के झुंड की वजह से एक मासूम की मौत हो गई जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। बंदरों के कूदने की वजह से कच्ची दीवार गिरने से मौत हुई। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया। महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के गांव मझिया में बंदरों का झुंड लड़ रहा था। इसी दौरान बंदर एक मकान की कच्ची दीवार पर कूद गए। जिससे कच्ची दीवार भरभराकर गिर गई। गांव निवासी लालमन का तीन साल का बेटा अभियास और पास में ही घर के बर्तन धो रही मीना पत्नी जमुना प्रसाद दीवार के मलबे में दब गए। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी और चीख पुकार मच गई। ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों ने दीवार का मलबा हटाकर बच्चे और महिला को बाहर निकाला। परिजन दोनों को जिला अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सक ने मासूम को मृत घोषित कर दिया जबकि महिला को भर्ती करके इलाज किया। अस्पताल स्टाफ ने पुलिस को सूचना दी लेकिन परिजनों ने मासूम के शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया और शव अपने साथ घर ले गए। मौत के बाद परिजनों में चीत्कार मचा है।