Bareilly: रेलवे ने अब ये काम भी निजी हाथों में दिया, निजीकरण के विरोध में बोले- नेताओं ने दिया धोखा
इज्जतनगर वर्कशाप में वैगन शाप के काम के लिए टेंडर जारी, 11 जनवरी अंतिम तिथि
सुरेश पाण्डेय , बरेली। इज्जतनगर वर्कशाप में सभी प्रकार के वैगनों के एयर ब्रेक सिस्टम की उप-इकाइयों को उतारने और फिटिंग का कार्य अब निजी फर्म करेंगी। यह कार्य दो वर्षों के लिए फर्म को दिया जाएगा। इस संबंध में टेंडर शुक्रवार टेंडर जारी कर दिया गया। टेंडर बंद होने की अंतिम तिथि 11 जनवरी निर्धारित की गई है। उधर, एनई रेलवे मेंस कांग्रेस ने निजीकरण का विरोध किया है। 28 नवंबर को ही रेलवे बोर्ड ने देश के सभी लोकोशेड और वर्कशाप को निजीकरण करने का आदेश जारी किया था।
इज्जतनगर वर्कशाप में निजीकरण की शुरुआत हो गई है। सबसे पहले वैगन शाप में एयर ब्रेक सिस्टम के काम को निजी हाथों में दिया जाएगा। वर्कशाप के वैगन शाप में मालगाड़ी का कोच मरम्मत के लिए आता है तो उसमें एयर ब्रेक सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए कर्मचारी 13 पार्ट्स बदलते हैं। इसमें ब्रेक सिलेडर, एआर टैंक, कामन डीसी, डीवी, बीपी पाइप, एफपी पाइप, एनआरबी आदि प्वाइंट हैं। जिन्हें कर्मचारी पहले निकालते हैं और फिर चेक कर इन्हें लगाते हैं। जिनके जरिए ब्रेक वाहन पर काम किया जाता है, लेकिन अब यह काम निजी कंपनी से कराया जाएगा। कार्य करने की इच्छुक फर्में 11 जनवरी तक टेंडर डाल सकती हैं।
एनई रेलवे मेंस कांग्रेस के रजनीश तिवारी का कहना है कि अफसरों ने सेफ्टी संबंधी कार्य भी निजी हाथों में सौंपने का काम शुरू कर दिया है। मान्यता प्राप्त यूनियनों के नेताओं ने कर्मचारियों को धोखा देने का काम किया है। वह भाषणों में तो निजीकरण का विरोध करते रहे, लेकिन जहां जहां निजीकरण होने की कार्यवाही शुरू हुई, उसे मौन स्वीकृति देते रहे। दिल्ली में मान्यता में रही यूनियनों के पास निजीकरण होने के आदेश भेजे जाते रहे, लेकिन उन्होंने कभी भाषणों में इसका जिक्र नहीं किया। कर्मचारियों ने यूनियन के दोहरे चरित्र को समझ लिया और इस बार उसे मान्यता लेने के चुनाव में धूल चटा दी है।
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