Pilibhit News : 179 परिवारों को सताया छत छिनने का डर, सात दिन का समय.. बढ़ी धड़कन
पीलीभीत, अमृत विचार : करीब पांच साल पहले यूपीसीडा को हस्तांतरित की जा चुकी भरा पचपेड़ा की जमीन पर गुजर बसर करते चले आ रहे परिवारों को अब छत छिनने का डर सताने लगा है। जमीन को खाली करने के लिए सात दिन का समय दिया गया है। इसे लेकर एनाउंसमेंट कराए जाने के बाद खलबली मच गई है। ग्रामीणों का कहना है कि वह वह कई दशकों से रहते चले आ रहे हैं। ऐसे में अचानक जमीन खाली कराए जाने की प्रक्रिया शुरू कराने से वह कहां जाएंगे। इसे लेकर परिवार परेशान हैं।
तहसील अमरिया क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम भरा पचपेड़ा में औद्योगिक हब स्थापित कराया जा रहा है। यहां पर काफी जमीन करीब पांच साल पहले हस्तानांतरित कर दी गई थी। इस जमीन पर उत्तर राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) द्वारा बड़े सतर पर कायाकल्प किया जा रहा है। यूपीसीडा द्वारा 304 करोड़ रुपये की लागत से भरा पचपेड़ा को औद्योगिक हब के रुप में विकसित करने की प्रक्रिया लंबे समय से चल रही है। पूरे भरा पचपेड़ा क्षेत्र को दो फेज में औद्योगिक क्षेत्र के तौर पर विकसित करने के लिए कार्य भी पूर्व में शुरू हो चुके हैं। जमीन के एक बड़े हिस्से पर कई दशकों से आबादी गुजर बसर करती चली आ रही है। मजदूरी पेशा परिवार झुग्गी झोपड़ी डालकर गुजर बसर करते चले आ रहे हैं।
पूर्व में इसे खाली कराने के लिए भी प्रयास किए जाते रहे हैं। इधर, अब एक बार फिर यूपीसीडा की ओर से सात दिन के भीतर जमीन पर काबिज लोगों को स्वत: जगह खाली करने का समय दिया गया है। इसे लेकर एनाउंसमेंट भी क्षेत्र में कराया जा रहा है। बुधवार को भी ई-रिक्शा से एनाउंसमेंट कराया गया था। इस दौरान कुछ ग्रामीणों से हल्की नोकझोंक भी हो गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि कोई पांच दशक तो कोई इससे अधिक समय से परिवार के साथ रह रहा है। इस क्षेत्र के अलावा उनका दूसरा कोई निवास नहीं है। मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते आ रहे हैं। करीब 179 परिवार इस जमीन पर वर्तमान में काबिज हैं, जिनको सात दिन का समय जगह खाली करने के लिए दिया गया है।
हालांकि इससे पहले भी एनाउंसमेंट कराया जा चुका है। इस जमीन पर काबिज लोगों का कहना है कि उनके मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र,बिजली कनेक्शन एवं अन्य दस्तावेज भी यहीं के हैं। ऐसे में उनको इस तरह से हटाने का अल्टीमेटम देना भविष्य की चिंता बढ़ा गया है। जिससे सभी परिवार परेशान हैं। एसडीएम अमरिया मयंक पांडेय ने बताया कि भरा पचपेड़ा में औद्योगिक हब स्थापित होना है। इसे लेकर लंबे समय से काम चल रहा है। यहां की काफी जमीन यूपीसीडा को हस्तांतरित की गई थी। जिसके कुछ हिस्से में लोग काबिज हैं। यूपीसीडा के द्वारा भूमि पर अनाधिकृत तरीके से काबिज लोगों को जगह खाली करने के लिए सात दिन का समय दिया गया है।
यह भी पढ़ें- बहराइच: भारत और नेपाल के अधिकारियों ने जताई चिंता, नाबालिग लड़कियों की तस्करी का सच आया सामने