पीलीभीत: कुआं व नाली की मरम्मत किए बगैर हड़पी रकम, अब सचिव को थमाया आरोप पत्र
सात दिन के भीतर जवाब नहीं देने पर कार्रवाई की चेतावनी
पीलीभीत, अमृत विचार। कुआं एवं नाली मरम्मत के नाम पर ग्राम निधि खाते से हजारों की रकम निकालकर बंदरबांट करने के हुए खुलासे के बाद अब आरोपी सचिव को आरोप पत्र जारी किया गया है। सात दिन के भीतर संतोषजनक जवाब न देने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। डीएम के निर्देश पर जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा यह कार्रवाई की गई है।
मामला बीसलपुर ब्लाक की ग्राम पंचायत बैरा का है। गत वर्ष गांव के अजीत शर्मा ने डीएम को शपथ पत्र सहित की शिकायत में ग्राम प्रधान एवं सचिव द्वारा ग्राम पंचायत बैरा में वर्ष 2015-16 एवं 2020-21 तक कराए गए कार्यों की जांच कराने की मांग की थी। मामले की जांच के लिए जिला कृषि रक्षा अधिकारी एवं ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अवर अभियंता को जांच अधिकारी नामित किया गया। जांच अधिकारी ने गांव पहुंचकर मामले की और जांच आख्या डीएम कार्यालय को सौंप दी। जिसके बाद ग्राम पंचायत अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। सचिव द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण संतोषजनक न जाने पर 25 अक्टूबर को डीएम संजय कुमार सिंह ने दुरुपयोग की गई धनराशि के आधे भाग की वसूली तत्कालीन ग्राम प्रधान मधुकर शर्मा एवं शेष बचे आधे भाग की वसूली तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी अवनीश कुमार से करने के आदेश दिए थे। साथ ही डीएम ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के भी आदेश दिए थे। इधर डीएम के निर्देश के बाद जिला पंचायत अधिकारी सतीश कुमार ने जांच में दोषी पाए गए तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी अवनीश कुमार को सरकारी धन की दुरुपयोग करने, पदीय दायित्वों का निर्वहन न करने एवं उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना का दोषी पाते हुए आरोप पत्र जारी किया है। आरोप पत्र में 07 दिन के भीतर संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
जांच में मरम्मत के नाम पर हड़पे गए 26896 रुपये
डीएम के निर्देश पर हुई जांच में ग्राम पंचायत में रामानंद के घर के पास कुआं एवं नाली मरम्मत के नाम पर ग्राम निधि से 26,896 रुपये की रकम निकाली गई। खास बात यह है कि मरम्मत के नाम पर रकम तो निकाल ली गई, लेकिन कुआं और नाली की मरम्मत न कराकर रकम का बंदरबांट कर लिया है। डीएम ने जांच में खुलासा में दुरुपयोग की गई रकम की रिकवरी तत्कालीन ग्राम प्रधान एवं तत्कालीन सचिव से रिकवरी के आदेश दिए हैं।
जानिए क्या बोले डीपीआरओ
जिला पंचायत राज अधिकारी सतीश कुमार ने बताया कि ग्राम पंचायत बैरा की जांच सरकारी धन का दुरुपयोग पाया गया है। जिलाधिकारी द्वारा रिकवरी के साथ अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। दोषी तत्कालीन सचिव को आरोप पत्र जारी किया गया है।