रडार पर नशाखोर और नशे का कारोबार

डीजीपी के निर्देश पर कुमाऊं में शुरू हुआ तस्करों के खिलाफ अभियान - ड्रग फ्री देवभूमि-2025 के तहत बड़े माफिया का शुरू हुआ चिह्निकरण

रडार पर नशाखोर और नशे का कारोबार

हल्द्वानी, अमृत विचार। नशाखोरों और बड़े पैमाने पर नशे का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ पुलिस ने ड्रग फ्री देवभूमि-2025 शुरू किया है। कुमाऊं के छह जिलों में डीजीपी दीपम सेठ के निर्देश पर एक साथ अभियान का आगाज किया गया और इस बार पुलिस के निशाने पर नशे का अवैध कारोबार करने वाले बड़े माफिया है। 


डीजीपी दीपम सेठ के मुताबिक अभियान का मुख्य उद्देश्य मादक पदार्थों में संलिप्त बड़े पेशेवर अपराधियों, तस्करों, किंगपिन और व्यवसायिक स्तर पर सक्रिय बड़े तस्करों को पकड़ना है। डीजीपी ने इसके लिए सभी जिला प्रभारियों को निर्देशित किया है। जिसके तहत पंजीकृत अपराधों में प्रकाश में आए अपराधियों और गिरफ्तार हुए अपराधियों की सूची तैयार की जा रही है। इनकी ट्रैकिंग कर एक बड़ा टारगेट सेट किया जा रहा है। अपराधियों और गैंगस्टर्स का जिला स्तर पर डोजियर भी बन रहा है।

 

डोजियर्स एसटीएफ भी तैयार करेगी। गोपनीय पड़ताल में एलआईयू भी जुटी है। इस अभियान का आगाज 16 दिसंबर से हो चुका है और बताया जा रहा है कि पुलिस ने कुछ बड़े नशा माफिया को चिह्नित भी कर लिया है। 


ऑनलाइन तस्करी पर भी पैनी नजर

 माफिया ने नशा तस्करी का जाल ऑनलाइन भी फैला दिया है और पुलिस की इस पर भी नजर है। डीजीपी ने बताया कि ऑनलाइन तस्करी के जाल को तोड़ने के लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की मदद से साइबर सेल को काम पर लगाया गया है। इस कार्रवाई में जिलों की एसओजी भी जुटेगी। इसके अलावा कुमाऊं से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय सीमा के खुले स्थानों को चिह्नित कर सूचीबद्ध किया जा रहा है। 

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