Kanpur: विकास भवन के 20 कार्यालयों के प्रपत्रों की सुरक्षा खतरे में, अगस्त में गिरी बाउंड्रीवॉल आज तक नहीं बनी
कानपुर, अमृत विचार। अगस्त माह में टूटी विकास भवन की बाउंड्री आज तक नहीं बनी है। कार्यालयों में रखी फाइलों की सुरक्षा संकट में है। सीएसए के खेतों से होकर विकास भवन आने-जाने वाला रास्ता खुला पड़ा है। बगैर रोकटोक कोई आ और जा सकता है। अधिकारी भेजे गए प्रस्ताव के बजट का इंतजार कर रहे हैं।
जिले के ग्रामीण इलाकों का विकास करने वाला विकास भवन ही एक टूटी दीवार नहीं बनवा पा रहा है। विकास भवन बिल्डिंग में 20 विभागों के कार्यालय हैं। हर रोज यहां करीब 1000 लाभार्थी अपनी समस्या लेकर आते हैं। बिल्डिंग के चारों तरफ की बाउंड्री फांदकर कोई अंदर नहीं आ सकता है, लेकिन विकास भवन के पीछे करीब 200 मीटर बाउंड्रीवॉल अगस्त माह में बारिश के दौरान गिर गई थी।
जिससे बगैर अड़चन कोई कभी भी आ-जा सकता है। पीछे की बाउंड्री से सीएसए के खेत लगे हैं। यहीं बगल से सीएसए जाने का रास्ता भी है। जिससे लोग आते व जाते रहते हैं। जहां दीवार टूटी है, वहीं सामने सीडीओ कार्यालय जाने के लिए गैलरी बनी है। इसलिए किसी को परिसर में आने से कोई दिक्कत नहीं होगी।
फरियादियों के लिए शौचालय तक नहीं
विकास भवन परिसर में करीब आठ वर्ष पहले फरियादियों के लिए 10 लाख रुपये खर्च कर शौचालय बनवाया गया था। जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण वहां पर जनरेटर खड़े कर दिए गए। दिव्यांगों के लिए बनाई रैंप भी टूट चुकी है। पानी की टोटियां और शौचालय सीट टूटी है। गंदगी की भरमार है। अब यह आलम है कि फरियादियों के लिए शौचालय तक की सुविधा नहीं है।
बाउंड्रीवॉल की मरम्मत और पानी की टंकी व शौचालयों को दुरुस्त कराने के लिए करीब 93 लाख रुपये का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। बजट आते ही निर्माण शुरू कराया जाएगा। - गजेंद्र प्रताप सिंह, डीडीओ