Unnao: मौसम ने बदली करवट, ठंड के साथ बढ़ीं बीमारियां, दमा, आखों व कोल्ड एलर्जी के मरीज बरतें ज्यादा सावधानी, डॉक्टरों ने दी यह सलाह

Unnao: मौसम ने बदली करवट, ठंड के साथ बढ़ीं बीमारियां, दमा, आखों व कोल्ड एलर्जी के मरीज बरतें ज्यादा सावधानी, डॉक्टरों ने दी यह सलाह

उन्नाव, अमृत विचार। जिले में ठंड ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। शहर में कोहरे के साथ ही धुंध छाई रही। जिससे लोगों को सर्दी का अहसास हुआ और वे गर्म कपड़े पहनकर घरों से निकले। 

इन दिनों सुबह-शाम कोहरे के साथ ही खासी ठंड पड़ने लगी है। वहीं कुछ लोग इसे सुहाना मौसम भी कहते हैं। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि यह मौसम सेहत के लिए सबसे अधिक नुकसानदेय होता है। इसलिए इस मौसम में बीमारियों से बचने को लेकर अधिक गंभीर व सतर्क रहने की जरूरत है। खासकर सुबह-शाम तो अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए। 

मौसम में तेजी से परिवर्तन के दौरान बीमारी फैलाने वाले तत्व शरीर में ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं। खासकर, बुजुर्गो व बच्चों पर विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। साथ ही सभी को मौसम के कुप्रभाव से बचना चाहिए। खासकर इस गुलाबी ठंड के मौसम में सर्दी, खांसी, बुखार, डायरिया, उल्टी, बदन दर्द व सिर दर्द, इंफ्लुएंजा, चर्म रोग आदि बीमारी स्वस्थ शरीर को भी अस्वस्थ बना सकता है।

दमा, आखों व कोल्ड एलर्जी के मरीज बरतें ज्यादा सावधानी

चिकित्सकों के अनुसार इस मौसम में दमा, आखों व कोल्ड एलर्जी के मरीजों को ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसे समय में इन बीमारियों का प्रभाव ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए इससे प्रभावित होने वाले मरीजों को चाहिए कि वे अपनी जीवनशैली को संयमित रखे। ठंड से बचने की कोशिश करें। साथ ही कोहरे की तरह धुंध भी इस समय खूब छाई हुई है। जिससे आखों सम्बन्धित बीमारियां हो सकती है। 

जिसके लिए चश्में का प्रयोग करे। लोग यह नहीं समझे कि अभी उतनी ठंड नहीं आई है। दूसरे लोग हाफ शर्ट पहनकर घूम रहे हैं तो हम क्यों नहीं। प्रत्येक मनुष्य के शरीर की संरचना अलग-अलग है। इसलिए परहेज सबसे बड़ा इलाज है। संतुलित भोजन, संयमित आचार-व्यवहार से भी इन बीमारियों से बचा जा सकता है। शरीर के अंगों को खुला नहीं रखें। देर रात तक नहीं जगे। नियमित व्यायाम करें। समय पर ताजा भोजन करें। बाहरी खान पान से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है।

साफ-सफाई पर भी ध्यान देना जरूरी वरना फैलेगा डेंगू

चिकित्सक डा. मुशीर अहमद ने कहा कि इस मौसम में खानपान, आचार-व्यवहार के साथ सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए। साफ-सफाई न होने से डेंगू भी फैल सकता है। कहा कि ऐसे में हरहाल में मच्छरदानी लगाकर सोएं। मच्छरों के कारण डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, कालाजार आदि बीमारियां हो सकती हैं। इसके लिए सबसे जरूरी है कि अपने आस पास गंदगी नहीं होने दें। जलजमाव तो सबसे ज्यादा खतरनाक है। जलजमाव व गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप ज्यादा बढ़ जाता है।

बचाव का करें उपाय

1-मौसम के अनुसार कपड़े पहनें और ठंडी हवा व ओस से बचें।
2-ताजे खाने का उपयोग करें और बासी खाना खाने से बचें। 
3-पानी उबालकर पियें, साथ ही शाम के बाद शरीर ढंके रहें। 
4-दोपहर में 10 से 20 मिनट तक धूप का सेवन करें।
5-साफ-सफाई का ध्यान रखें, अपने आसपास कचरा व जलजमाव न होने दें।
6-सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।

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