Prayagraj News : नैनी जिला जेल के अस्पताल में बंदी ने की खुदकुशी, सिपाही निलंबित
प्रयागराज, अमृत विचार: केंद्रीय कारागार नैनी में बंद बंदी अफरोज (25) ने शनिवार को अस्पताल में खिड़की से गमछे का फंदा बना लिया। जब तक बंदी के साथी उसे बचा पाते तब तक काफी देर हो गई। जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे जेल के अधिकारियों ने बंदी के गले से फंदा निकाल उसे स्वरूप रानी चिकित्सालय में भेजवाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बंदी की मौत की जानकारी उसके परिजनों को दे दी गई है। बंदी ने खुदकुशी क्यों कि इसका कारण स्पष्ट नही हो सका है। फिलहाल जांच की जा रही है।
जेल सूत्रों की मानें तो, इंदलपुर निवासी अफरोज गत 7 जून को 307 और 425 धारा के तहत जेल भेजा गया था। कुछ दिनों से उसकी तबीयत खराब चल रही थी। दो दिन पहले उसे बेचैनी और उलझन होने के बाद जिला जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां शनिवार को उसकी तबीयत अचानक ज्यादा खराब हो गई। इस दौरान बंदी अफरोज ने अस्पताल की खिड़की में गमछा से फंदा बनाकर आत्मघाती कदम उठा लिया। बंदी के लटकने की सूचना पर जेल में हड़कंप मच गया। जब तक बंदी के साथी उसे बचा पाते तब तक उसकी सांसे थम गई। जिसके बाद जेल प्रशासन ने बंदी को फौरन स्वरूप रानी चिकित्सालय नेहरु अस्पताल में भिजवाया। मेडिकल परीक्षण के दौरान डॉक्टरों ने बंदी को मृत घोषित कर दिया। उसके बाद पुलिस ने बंदी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
वरिष्ठ अधीक्षक अमिता दुबे ने बताया कि प्रथम दृष्टया में अफरोज काफी दिनों से बीमार चल रहा था। उसे जिला जेल के अस्पताल में 2 दिन पहले ही भर्ती कराया गया था। उसका शुगर लेवल कम हो गया था। जिससे उसकी तबीयत खराब हो गई थी। दोपहर करीब दो बजे के बाद अफरोज ने आत्मघाती कदम उठा लिया। बताया कि जिला जेल में एक तरफ अस्पताल मे वार्ड चल रहा है। दूसरी तरफ खाली पड़ा हुआ है। वहां पर पूरा लॉक किया गया है। उपर जाने के लिए खुला हुआ है। वहा पर एक खिड़की में उसने यह कदम उठाया है। उन्होंने बताया कि बंदी अफरोज की मौत के बाद ड्यूटी में तैनात सिपाही अमित सिंह को लापरवाही बरतने के मामले में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
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