Etawah: सीआरपीएफ जवान की हृदयगति रुकी, हुए शहीद, गांव पहुंचा पार्थिव शरीर, गमगीन हुए हजारों लोग
इटावा, अमृत विचार। इटावा शहर के शांति कॉलोनी में रहने वाले सीआरपीएफ जवान खेम सिंह तोमर 52 वर्ष की हार्ट अटैक के कारण मृत्यु हो गई जिससे आसपास के क्षेत्र में मातम का माहौल फैल गया।
सीआरपीएफ जवान अपनी ट्रेनिंग के लिए असम गए थे। वहीं पर ये दर्दनाक हादसा हुआ है। यह दर्दनाक घटना असम के सिलचर स्थित सीआरपीएफ ट्रेनिंग कैंप में 19 नवम्बर को हुई, जहां वह ट्रेनिंग ले रहे थे। साथी जवानों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सीआरपीएफ जवान के पार्थिव शरीर को देर रात उनके घर इटावा लाया गया, जहां सुबह अर्द्ध सैनिकों द्वारा उनको अंतिम सलामी देकर विदा किया। इस दौरान शहीद के परिवार के सदस्य और सैकड़ों लोग मौजूद रहे। सीआरपीएफ के अधिकारियों और परिजनों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
शहीद के अंतिम संस्कार के लिए उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव नगला दुली (थाना सिरसागंज, फिरोजाबाद) भेजा गया। शहीद के भाई नेम सिंह ने बताया कि खेम सिंह तोमर सीआरपीएफ में एएसआई पद पर तैनात थे और हाल ही में उनका प्रमोशन हुआ था।
उन्हें दो महीने की ट्रेनिंग के लिए सिलचर भेजा गया था। 19 नवम्बर को ट्रेनिंग के दौरान उन्हें हार्ट अटैक आया,जिसके बाद कैंपस के अस्पताल में उनकी मौत हो गई। मृतक के परिवार में पत्नी, दो बेटे अमन सिंह,रमन सिंह और एक बेटी सोनम तोमर हैं। 1991 में मध्य प्रदेश के नीमच से सीआरपीएफ में जॉइनिंग के बाद वह फरवरी में घर छुट्टी पर आने वाले थे।
सीआरपीएफ के सीओ दीपू सिंह ने बताया कि खेम सिंह तोमर पैदल चल रहे थे, तभी हार्ट अटैक आया और वह असमय इस दुनिया को अलविदा कह गए। अर्द्ध सैनिकों द्वारा दी गई सलामी के दौरान शांति कॉलोनी में जिला अध्यक्ष रविंद्र यादव,मुन्नालाल, रवीश पाल,दुर्योधन सिंह, मथुरा प्रसाद,अरविंद, कन्हैया समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।