पीलीभीत: छात्रा ने खुद जहर खाकर रची थी झूठी कहानी, पढ़ाई में नहीं लगता था मन

पुलिस की पड़ताल में बाइक सवारों द्वारा जहर खिलाने का मामला निकला झूठा

पीलीभीत: छात्रा ने खुद जहर खाकर रची थी झूठी कहानी, पढ़ाई में नहीं लगता था मन

पीलीभीत, अमृत विचार। घर से स्कूल जाने के लिए निकली छात्रा को जहरीला पदार्थ पिलाने की घटना पुलिस की पड़ताल में झूठी निकली। पढ़ाई में मन न लगने पर परेशान छात्रा ने खुद ही जहरीला पदार्थ खा लिया था। फिर परिवार के डर के चलते उसने बाइक सवारों द्वारा जबरन जहर पिलाए जाने की कहानी रच दी थी। छानबीन के बाद पुलिस ने मामले की तह तक पहुंच गई। इसके बाद प्रेसवार्ता कर सीओ सिटी ने घटनाक्रम का खुलासा कर दिया है।

घटना आठ नवंबर की है, गजरौला क्षेत्र की कक्षा पांच की छात्रा को शहर के एक निजी अस्पताल में परिवार द्वारा भर्ती कराया गया था। उसके जहर खाए होने का अंदेशा जताते हुए इलाज शुरू कर दिया गया था। जहानाबाद क्षेत्र के रहने वाले छात्रा के मामा ने पुलिस को सूचना दी थी। जिसमें आरोप था कि छात्रा सुबह अपने घर से स्कूल जा रही थी। रास्ते में बाइक पर सवार होकर आए अज्ञात युवकों ने छात्रा को रोक जहरीला पदार्थ जबरन पिला दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में खलबली मच गई थी। इधर, पिता ने अपने सगे भाई से बंटवारे को लेकर चल रही रंजिश में ही छात्रा को जहर देकर हत्या की कोशिश करने का आरोप लगाया था। पुलिस अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन में जुट गई थी। पुलिस की तीन टीमों ने सुरागरसी की और फिर जांच में मामला फर्जी निकला। सामने आया कि पढ़ाई में मन न लगने के कारण छात्रा घर से ही कीटनाशक लेकर आई थी। इसके बाद रास्ते में कीटनाशक पी लिया था। परिवार के डर से उसने कहानी रच दी थी कि बाइक सवार युवकों ने उसे जबरन जहर पिला दिया।  पुलिस ने छात्रा के स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद कोर्ट में भी उसके बयान दर्ज करा दिए गए हैं। फिलहाल बयान के आधार पर अब पुलिस दर्ज की गई रिपोर्ट की विवेचना कर रही है। सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी ने गुरुवार दोपहर को पुलिस लाइन सभागार में प्रेस वार्ता कर घटनाक्रम का खुलासा कर दिया।

ऐसे बढ़ता चला गया पुलिस का संदेह
निजी अस्पताल में भर्ती छात्रा और उसके परिवार की कहानी पर पुलिस को शुरुआत से ही संदेह बना हुआ था। ऐसे में एसपी अविनाश पांडेय के निर्देश पर तीनों टीमें गहनता से पड़ताल करती चली गईं और हकीकत सामने आ गई। पुलिस छात्रा के घर भी फॉरेंसिक टीम के साथ गई थी। एक्सपर्ट ने पड़ताल की तो वहां कीटनाशक पदार्थ मिला, जिसका सैंपल लिया गया। इसके बाद घटनास्थल से एक प्लास्टिक की डिब्बी बरामद की गई। छात्रा के स्कूल बैग में भी कीटनाशक लगी मिली थी और कीटनाशक की गंध आ रही थी। इसी के बाद से ही कहानी पर पुलिस का संदेह बढ़ता चला गया था। समस्त साक्ष्य पुलिस ने संकलित किए और फिर पीड़िता का बयान कराया। जिसमें सच्चाई सामने आ गई।

छात्रा की कहानी सीओ सिटी की जुबानी
सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी गजरौला क्षेत्र की एक छात्रा को बाइक सवार द्वारा जहर खिलाने की सूचना मिली थी। छात्रा आईसीयू में भर्ती थी। थाना पुलिस के अलावा सर्विलांस और एसओजी को भी लगाया गया। फील्ड यूनिट टीम ने भी पड़ताल की। छात्रा का पढ़ाई में मन नहीं लगता था तो उसने खुद ही जहरीला पदार्थ पीकर परिवार के डर से झूठी कहानी रच दी थी।  ये घटना जांच में असत्य पाई गई है। इसी आधार पर अग्रिम विधिक कार्रवाई कराई जा रही है।