मुरादाबाद : दिवाली की आतिशबाजी से झुलसी 20 लोगों की आंखें, अस्पतालों में कराया गया उपचार
जिला अस्पताल व निजी अस्पतालों में कराया गया उपचार, घायलों में 8-14 साल तक के बच्चे अधिक
मुरादाबाद, अमृत विचार। दिवाली की रात हुई आतिशबाजी के दौरान पटाखा जलाने की कोशिश में उसकी चिंगारी से 20 से अधिक लोगों की आंखें झुलस गईं। जिनमें से लगभग 8 से लेकर 14 साल तक के बच्चे अधिक हैं। झुलसे लोगों को जिला अस्पताल व निजी अस्पतालों में लेकर जाकर उनका उपचार कराया गया। जबकि कुछ झुलसे लोगों को हायर सेंटर भी रेफर किया गया है।
गुरुवार को दिवाली के पर्व को देखते हुए नेत्र अस्पतालों को अलर्ट रखा गया था। चिकित्सकों ने बताया कि पिछले साल की तुलना में दिवाली पर आंखें झुलसने के मामलों में कमी रही। नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ. स्मिता अग्रवाल ने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्र से आठ साल की बच्ची आंखें झुलसने के चलते इलाज के लिए आई। पटाखे का बारूद उसकी आंख में फट गया। बच्ची को तत्काल हायर सेंटर रेफर कर दिया। पूछताछ में परिजनों ने बताया कि बच्ची और उसके साथ के बच्चों ने अधजले पटाखों का बारूद इकट्ठा करके उसे जलाया था। इसी के चलते यह हादसा हो गया।
नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ. अतुल नाथ ने बताया कि तीन बच्चों की आंख में चिंगारी पड़ जाने के कारण उन्हें लाया गया था। दो बच्चों की आंखों में गंभीर जख्म पाया गया। सीएल गुप्ता नेत्र संस्थान की प्रशासनिक अधिकारी गरिमा सिंह ने बताया कि पटाखे की चिंगारी आंख में गिरने से पीड़ित बच्चों को लेकर उनके अभिभावक पहुंचे। चिकित्सकीय टीम ने सभी बच्चों का प्राथमिक उपचार किया।
नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ. एके गोयल का कहना है कि लोगों में जागरूकता बढ़ने की वजह से पूर्व की तुलना में दिवाली पर पटाखे की चिंगारी आंख में पड़ने के मामलाें में कमी आई है। वहीं दिवाली की रात जिला अस्पताल में भी आतिशबाजी से झुलसे लगभग 15 लोग पहुंचे, जिन्हें उपचार के लिए बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया और कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
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