बरेली:वेबसाइट नहीं खुलने से लटकी प्रधानमंत्री आवास के सर्वे की प्रक्रिया

15 सितंबर तक खुलनी थी पीएमवाईजी की वेबसाइट, एक सप्ताह बाद भी स्थिति साफ नहीं

बरेली:वेबसाइट नहीं खुलने से लटकी प्रधानमंत्री आवास के सर्वे की प्रक्रिया

बरेली,अमृत विचार।प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (पीएमएवाईजी) की वेबसाइट खुलने की राह पिछले पांच साल से लोग देख रहे हैं। 15 सितंबर को वेबसाइट खुलने के बाद सर्वे शुरू होने की उम्मीद थी लेकिन केंद्र सरकार से कोई आदेश जारी नहीं हुआ।

पीएमएवाईजी की शुरुआत सितंबर 2018 में हुई थी, तब सर्वे के आधार पर चयनित किए गए पात्रों को 2019-20 से 2023-24 तक 22184 आवास दिए गए। लक्ष्य पूरा होने की वजह से कई लोगों को योजना का लाभ नहीं मिल सका था। पांच साल बाद केंद्र सरकार फिर पीएमएवाईजी की वेबसाइट खोलने जा रही है। पिछले दिनों आयुक्त ग्राम्य विकास गौरीशंकर प्रियदर्शी ने जिला ग्राम्य विकास विभाग को तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए थे। संभावना थी कि 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आवास प्लस का एप लांच करेंगे। इसी के साथ वेबसाइट खोल दी जाएगी, लेकिन प्रधानमंत्री का कार्यक्रम टल गया था और 17 सितंबर को पूर्व से चयनित लाभार्थियों के खाते में किस्त के 40-40 हजार रुपये भेजे गए, मगर वेबसाइट नहीं खुल सकी। अब एक सप्ताह के बाद भी वेबसाइट नहीं खुली है और न ही सर्वे शुरू हो सका है। डीआरडीए विभाग से जुड़े अधिकारियों को भी वेबसाइट खुलने का इंतजार है, ताकि सर्वे का काम शुरू कराया जा सका। अधिकारियों के मुताबिक अभी स्थिति साफ नहीं है। इस बार 25 से 30 हजार लोगों को आवास का लाभ देने देने की तैयारी है। सर्वे के लिए दो माह का समय रहेगा। इसके बाद वेबसाइट बंद हो जाएगी। पीडी डीआरडीए चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि पीएमएवाईजी की वेबसाइट 15 सितंबर को खुलने की संभावना थी, मगर किन्हीं कारणों से देरी हुई है। विभाग की तैयारी पूरी है, जैसे ही वेबसाइट खुलेगी सर्वे शुरू कर दिया जाएगा।