अराजकतत्वों ने तोड़ी राष्ट्रपिता की प्रतिमा : मोतिगरपुर के नामनगर गांव का मामला 

अराजकतत्वों ने तोड़ी राष्ट्रपिता की प्रतिमा : मोतिगरपुर के नामनगर गांव का मामला 

मोतिगरपुर, सुलतानपुर/अमृत विचारः  लखनऊ-बलिया हाइवे के किनारे स्थित रामनगर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 28 वर्ष पुरानी प्रतिमा को अराजकतत्वों ने सोमवार की रात बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। सुबह हाईवे से गुजर रहे राहगीरों ने मामले की जानकारी लोगों को दी। जिसके बाद लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिली। सूचना के काफी देर बाद एसडीएम के निर्देश पर मौके पर पहुंची मोतिगरपुर पुलिस ने क्षतिग्रस्त प्रतिमा को कपड़े से ढक दिया है। राष्ट्रपति महात्मा गांधी की प्रतिमा तोड़ने की घटना पर राजनीतिक दलों ने कड़ी नाराजगी जताई।

मोतिगरपुर थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत हरसायन नागापुर के राजस्व गांव छेदुवारी में लखनऊ-बलिया हाइवे के किनारे रामनगर में वर्ष 1996 में ग्रामीणों ने अपने निजी खर्चे पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की करीब 6 फिट ऊंची प्रतिमा स्थापित की थी। सोमवार की रात अराजकतत्वों ने बापू की प्रतिमा को तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया। मंगलवार की सुबह हाइवे से जाने वाले राहगीरों की निगाहें जब टूटी प्रतिमा पर पड़ी तो उन्होंने स्थानीय लोगों को जानकारी दी। थोड़ी ही देर में वहां काफी लोग इकट्ठा हो गए। सूचना के काफी देर तक मोतिगरपुर पुलिस के न पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने मसमले की जानकारी एसडीएम जयसिंहपुर संतोष कुमार ओझा की दी।

एसडीएम के निर्देश पर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष मोतिगरपुर तरुण कुमार पटेल ने बाजार से कपड़ा मंगाकर मूर्ति को ढक दिया। मालूम हो प्रतिवर्ष 2 अक्टूबर को ब्लॉक प्रमुख और स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ ग्रामीण गांधी जयंती मनाते हुई प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके त्याग और बलिदान को याद करते हैं। ग्राम पंचायत द्वारा मूर्ति स्थल का सौंदर्यीकरण किया जाना था। जिसका काम एक-दो दिन में ही शुरू होना था कि इसी बीच सोमवार की रात अराजकतत्वों ने राष्ट्रपिता की प्रतिमा को पूरी तरह से विखंडित कर दिया। सिर, हाथ और बापू की लाठी को बुरी तरह से तोड़ा गया है। 

नेताओं ने जताया कड़ा विरोध 

स्थानीय विधायक राज प्रसाद उपाध्याय ने कहा कि गांधी जी किसी पार्टी से जुड़े लोगों में नहीं हैं। उनको राष्ट्रपिता की उपाधि मिली है, जिन लोगों ने ये कृत्य किया है वह निंदनीय है, मैं प्रशासन से मांग करता हूं ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन्हें दंडित किया जाए। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया कोऑर्डिनेटर राजेश तिवारी ने कहा कि यह सब राष्ट्र को तोड़ने वाले तत्व हैं जो ऐसी घटना में शामिल हैं। इस सरकार में लगातार महत्मा गांधी जी के प्रति घृणा का माहौल बनाया जा रहा है। कभी कोई उनके ऊपर प्रतीकात्मक गोली चलाता है कोई उन्हें अपशब्द कहता है। सरकार कोई ठोस कार्यवाही नहीं करती। इसी का परिणाम है कि अब उनकी मूर्ति तोड़ी जा रही है।  

प्रधानमंत्री  विदेशों में जाकर उनकी मूर्ति के नीचे ही शरण लेते हैं। अगर  सच में सरकार को बापू के प्रति श्रद्धा है तो तो इस मामले में तुरंत प्रभावी कार्यवाही की जाए। अन्यथा कांग्रेस पार्टी इस घटना का पुरज़ोर विरोध करेगी। बसपा जिलाध्यक्ष सुरेश कुमार गौतम ने कहा कि देश के महापुरुषों की प्रतिमाओं के साथ होने वाली ऐसी घटनाओं की जितनी निंदा की जाय कम है। अब शासन-प्रशासन के साथ ही सत्ता पक्ष की भी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि ऐसे अराजकतत्वों चिह्नित कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई के साथ राष्ट्रपिता की दूसरी प्रतिमा लगाई जाय। 

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