कानपुरवासियों को मिली आगरा-वाराणसी वंदेभारत की सौगात; सांसद ने दिखाई ट्रेन को हरी झंडी, यहां पढ़ें ट्रेन की खासियत...
कानपुर, अमृत विचार। आगरा-वाराणसी वाया सेंट्रल वंदेभारत का इंतजार सोमवार को खत्म हो गया। शाम 7.40 बजे लोको पायलट रामजी लाल और राजेंद्र अटोलिया वंदेभारत लेकर प्लेटफार्म नंबर एक पहुंचे तो ढोल-नगाड़ों और पुष्पवर्षा कर ट्रेन का स्वागत किया गया। इसके बाद जनप्रतिनिधियों ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर वाराणसी के लिए रवाना किया। ओंकारेश्वर स्कूल के बच्चे व अन्य लोग सोवेनियर पास से वाराणसी गए। जिनके लौटने के लिए भी स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की गई है।
सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर शाम 7.40 बजे वंदेभारत पहुंची। ट्रेन का रेलवे अधिकारियों, यात्रियों ने स्वागत किया। इसके बाद सांसद रमेश अवस्थी, देवेंद्र सिंह भोले, महापौर, विधायक व एमएलसी ने शाम 7.45 बजे हरी झंडी दिखाकर वाराणसी के लिए रवाना किया। हालांकि तब तक ओंकारेश्वर स्कूल के बच्चे ट्रेन में सवार नहीं हो पाए थे, इसलिए ट्रेन रोकी गई।
दोबारा गेट खुलवाकर 7.54 बजे रवाना की गई। सेंट्रल से लोको पायलट एसके यादव व अरूण कुमार वंदेभारत लेकर वाराणसी के लिए रवाना हुए। सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेन के स्वागत कार्यक्रम में स्कूल के बच्चों ने संस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कई प्रतियोगिताए हुईं। जिसके विजेता बच्चों को जनप्रतिनिधियों ने सम्म्मानित किया।
इस मौके पर महापौर प्रमिला पांडेय, एमएलसी सलिल विश्नोई, एमएलसी अरुण पाठक, विधायक प्रतिभा शुक्ला, विधायक नीलिमा कटियार, महेश त्रिवेदी, सुरेंद्र मैथानी, मो.हसन रूमी व पूर्व विधायक रघुनंदन भदौरिया, भाजपा दक्षिण जिलाध्यक्ष शिवराम सिंह, भाजपा नेता सुरेश अवस्थी आदि जनप्रतिनिधि रहे।
प्रयागराज मंडल के पीआरओ अमित मालवीय, डिप्टी सीटीएम आशुतोष सिंह, एसीएम संतोष त्रिपाठी, जीआरपी डिप्टी एसपी सुनीता सिंह, स्टेशन अधीक्षक अवधेश कुमार द्विवेदी, आरपीएफ प्रभारी ओम प्रकाश सिंह, जीआरपी इंस्पेक्टर ओम नारायण सिंह आदि रहे। अधिकारियों के साथ जेडयूसीसी, डीआरयूसीसी के मेंबर्स व व्यापारी रहे।
आगरा-बनारस वंदे भारत की खासियत
आगरा छावनी को बनारस से जोड़ने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस है। आगरा से बनारस का सफर अब 7 घंटे में यात्री पूरा करेंगे। जो सुपरफास्ट ट्रेनों के मुकाबले 2.15 मिनट की बचत होगी।
पर्यटन के लिहाज से आगरा के ऐतिहासिक स्मारकों, ताज महल, लाल किला, फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा को बढ़ावा मिलेगा। इटावा में नवनिर्मित लायन सफारी तक पहुंचना भी हो जाएगा अब और सुगम। कानपुर व वाराणसी के पर्यटन स्थलों को आगरा से जोड़ने का काम करेगी वंदेभारत।
धार्मिक दृष्टि से वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर, नवनिर्मित कॉरिडोर, घाटों पर आरती के लिए श्रद्धालुओं को सुगमता होगी।
प्रयागराज में कुंभ, माघ मेला का दर्शन हो या आगरा के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर में दर्शन की इच्छा। श्रद्धालुओं को अब सुगमता मिलेगी।
व्यापार की दृष्टि से आगरा, फिरोजाबाद, टूंडला के साथ कानपुर, प्रयागराज व वाराणसी के व्यापारियों को अब समय नहीं बर्बाद करना होगा। दूसरे शहरों से उसी दिन लौटना आसान होगा।
छात्रों को भी सहूलियत मिलने वाली है। आईआईटी कानपुर, आईआईटी-बीएचयू, बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा व इलाहाबाद विवि में पढ़ने वाले छात्रों के लिए वंदेभारत उपयोगी साबित होगीl
शुक्रवार छोड़ सभी दिन चलेगी
आगरा कैंट से वाराणसी वाया सेंट्रल चलने वाली वंदेभारत सप्ताह में शुक्रवार को छोड़कर सभी दिन चलेगी। डिमांड होने पर कोचों में बढोतरी की जाएगी। प्रयागराज मंडल के पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि भारतीय रेल की सबसे लंबी वंदेभारत दिल्ली से वाराणसी वाया सेंट्रल, प्रयागराज होगी। इसमें 20 कोच होंगे। इस ट्रेन में एक भी वेटिंग नहीं रहेगा, क्योंकि इसमें अधिकतम वेटिंग 200 तक जाती थी और अब इसमें चार कोच और लग गए हैं।