Kanpur: नगर आयुक्त ने पार्षदों के आरोपों का लिया संज्ञान; बोले- जांच में पाए गए दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
कानपुर, अमृत विचार। वार्डों में भेजी गईं घटिया स्ट्रीट लाइटें दो माह के भीतर ही फ्यूज हो जाने से गली-मोहल्लों में छाए अंधेरे का समाचार अमृत विचार में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद हरकत में आए नगर निगम मार्ग प्रकाश विभाग ने बुधवार को ऐलान किया कि पार्षद अपने क्षेत्रों में खराब हुई लाइटें बदल सकते हैं। पार्षदों ने आधी से ज्यादा लाइटें खराब होने की शिकायत करते हुए स्ट्रीट लाइट की खरीद में घोटाला होने का आरोप लगाया था।
पार्षदों को शिकायत के बाद नगर निगम के मार्ग प्रकाश विभाग ने खराब स्ट्रीट लाइटें बदलकर उनके स्थान पर नई लाइट देने की बात कही है। मार्ग प्रकाश प्रभारी आरके पाल ने बताया जो पार्षद खराब लाइट लेकर आएंगे, बदल दी जाएंगी। इसमें कोई दिक्कत नहीं है। उधर, नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने पार्षदों के आरोपों को संज्ञान में लेकर मामले की जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही है। हालांकि उन्होंने अभी प्रकरण में शिकायत नहीं मिलने की भी बात कही।
नगर निगम ने बीते दिनों हर पार्षद को 14-14 लाइटें खरीदकर दी थीं। पार्षदों का आरोप है कि घटिया क्वालिटी की स्ट्रीट लाइटें देने की वजह से दो महीने में ही आधी से ज्यादा लाइटें बंद हो गईं। पार्षदों ने घटिया स्ट्रीट लाइट खरीद मामले की जांच की मांग की है। पार्षदों के अनुसार 1540 लाइटों में आधी बंद पड़ी हैं। बेगमपुरवा 102 वार्ड की पार्षद अकील निशा शानू ने बताया क्षेत्र में दो नई लाइटें बंद हैं। वार्ड 10 आर्यनगर की पार्षद लक्ष्मी कोरी ने बंद लाइटों की शिकायत नगर आयुक्त व महापौर से करते हुए जांच की मांग की है।
टॉवरों पर लगाई लाइटें भी हुईं बंद
वार्ड 71 चमनगंज के पार्षद लियाकत अली ने बताया सिस्का कंपनी की लाइटें दी गई हैं। 4 लाइटों वाले बड़े टावर में भी यही लाइटें लगाई गई थीं। सराय कंपाउड में 2 जगह टॉवरों की लाइटें बंद हो गई हैं। वार्ड 60 की पार्षद शुभा विनय शुक्ला ने बताया उनके क्षेत्र में भी बड़े पोल पर लगी अधिकतर नई लाइट बंद हैं।