प्रयागराज मदरसा नकली नोट मामला: मदरसे पर चलेगा बुलडोजर, तीन बैंक खाते हुए सीज
प्रयागराज, अमृत विचार। शहर के पॉश इलाके अतरसुइया में बने 100 करोड़ कीमत के आलीशान मदरसे पर बुल्डोजर चलाने की तैयारी की जा रही है। इतना ही नहीं पीडीए ने मदरसे के बाहर एक नोटिस चस्पा कर मदरसे के निर्माण से जुड़ी जानकारी मांगी है। पुलिस ने मदरसा सील करने की कार्रवाई के बाद मदरसे में हो रही फंडिंग की भी जांच कर रही है। पुलिस ने मदरसे के तीन बैंक खातों को सीज कर दिया है।
बतादें कि इस मदरसे की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है। वैसे-वैसे रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। मदरसे में नकली नोटों की फैक्ट्री बरामद होने के बाद उसे सील कर दिया गया। इसके बाद अब उस पर बुलडोजर चलाने की तैयारी में है। यह मदरसा 2700 वर्ग फीट में तीन मंजिला निर्माण कराया गया है। जांच में इस ईमारत को अवैध पाया गया है।
पीडीए के मुताबिक, इस अवैध निर्माण पर मदरसा कमेटी को नोटिस जारी कर दिया गया है। जवाब विधि सम्मत न होने पर इस पर बुलडोजर चलना तय है। शहर में नोट छापने वाले मदरसे पर अब शिकंजा कसता जा रहा है। मदरसा सील करने के बाद अब मदरसे में हो रही फंडिंग की भी जांच शुरू हो चुकी है। मदरसे के तीन बैंक खातों को पुलिस ने सीज कर दिया है। पुलिस ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और इंडियन बैंक में मदरसे का जो खाता था, उसको पूरी तरह सीज कर दिया है। अब इन खातों में जमा रकम को मदरसे का मैनेजमेंट इस्तेमाल नहीं कर सकेगा।
खाता खुलने के बाद से कहां-कहां से किसने- कितनी रकम भेजी है, इसकी भी जानकारी पुलिस ने बैंक से मांगा है। शुरुआती जांच में ही ये पता चला था कि बैंक में विदेशों से काफी पैसा भेजा जाता था और मौजूदा समय में मदरसे के एक बैंक अकाउंट में 40 लाख रुपये भी जमा थे। मदरसे के तीन बैंक खातों को पुलिस ने सीज कर दिया है। पुलिस ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और इंडियन बैंक में मदरसे का जो खाता था, उसको पूरी तरह सीज कर दिया है। अब इन खातों में जमा रकम को मदरसे का मैनेजमेंट इस्तेमाल नहीं कर सकेगा।
मदरसे में पीडीए ने चस्पा किया नोटिस
प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने मदरसे को अवैध निर्माण कराने के मामले में सील किया है। उसके बाद शुक्रवार को प्राधिकरण मदरसे के गेट पर नोटिस भी चस्पा कर दिया है। इस नोटिस में साफ लिखा गया है कि मदरसे में जो भी निर्माण हुआ है, उसका नक्शा और उसके बारे में विस्तृत जवाब 18 सितंबर तक देना होगा। अगर मदरसे के अवैध निर्माण का सन्तोषजक जवाब पीडीए को नहीं दिया गया तो पीडीए मदरसे पर बुलडोजर चलाकर इस निर्माण को ध्वस्त कर देगा। मदरसे के निर्माण का कोई भी नक्शा पास नहीं है। नए और पुराने सभी निर्माण मदरसे को संचालित करने वाली सोसायटी ने बिना पीडीए से ले-आउट पास कराए ही करवा लिया था।
डेढ़ बीघा जमीन पर बना है मदरसा
यह मदरसा करीब डेढ़ बीघा जमीन पर बनाया गया है। इसके अंदर एक बड़ी मस्जिद भी है। वहीं एक मकबरा भी बना है। मकबरे से सटा हुआ जामिया हबीबिया मदरसा संचालित होता था। मदरसे में 60 से ज्यादा कमरों का हॉस्टल भी है, जिसमें बाहर से आकर छात्र इस्लामिक शिक्षा लेते थे। मौजूदा समय में मदरसे में 130 छात्र पंजीकृत हैं, जो उड़ीसा, बिहार और झारखंड सहित अन्य प्रदेशों से आते हैं। मदरसा परिसर सील किये जाने के बाद शुक्रवार को जुमे की नामाज दिया अदा हुई। कई नमाजी ताला देख कर वापस लौट भी गए। मदरसे के अंदर क्या होता था यह कोई नही जानता था।
कोर्ट में कराई जाएगी पेशी
नकली नोट छापने के मामले में गिरफ्तार किये गये मदरसे के प्रिंसिपल तफसिरुल अरिफीन और मदरसे के मौलाना जाहिर खान सहित दो और अन्य युवकों को गिरफ्तार किया था। सभी के खिलाफ नुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा चुका है। पुलिस ने आरोपियों की रिमांड के लिये कोर्ट में अर्जी दी है। जिस पर शनिवार को कोर्ट फैसला देगी। आरोपियों की रिमांड मिलने के बाद पुलिस उनसे कड़ी पूछताछ करेगी। जिसके बाद सकई बड़े राज खुलेंगे।
इस मदरसे की जांच में यह बात सामने आई है कि बिना नक्शा पास कराए यह 3 मंजिला इमारत बनाई गई है। इसमे 2700 स्क्वायर फीट में अवैध निर्माण करने के साक्ष्य भी मिले हैं। इस मदरसे के परिसर में 40 कमरे, 15 बाथरूम, छात्रों का हॉस्टल, सर्वैट क्वार्टर, चार एंट्री गेट के अलावा पार्किंग एरिया भी है। पीडीए अब शहर के सभी मदरसों के निर्माण की हकीकत पता करने के लिए सघन अभियान भी चलाने जा रहा है...अजीत कुमार सिंह, सचिव, प्रयागराज विकास प्राधिकरण।
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