हल्द्वानी: बीमार पत्नी की आड़ में मुंहबोला ताऊ करता रहा अपनी ही भतीजी का शारीरिक और मानसिक शोषण
हल्द्वानी, अमृत विचार। बीमार पत्नी की आड़ में मुंहबोला ताऊ अपनी ही भतीजी का शारीरिक और मानसिक शोषण करता रहा। पीड़िता बार-बार परिवार वालों की ताऊ की काली करतूतें बताती रही और परिवार वाले उसके आरोपों को हंसी में उड़ाते रहे। भरोसा तब हुआ जब पीड़िता ने शारीरिक शोषण का लाइव वीडियो बनाकर घरवालों तक पहुंचाया। घटना बनभूलपुरा थानाक्षेत्र की है और पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
ग्रम छप्पार मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश निवासी पीड़िता के पांच भाई-बहन हैं और पिता रोडवेज में संविदा चालक हैं। बनभूलपुरा में रहने वाला जुबैर आलम पीड़िता के पिता का दोस्त है और रोडवेज में चालक के पद से सेवानिवृत्त है। जुबैर और पीड़िता के पिता अच्छी दोस्ती थी तो पीड़िता उसे ताऊ कहकर बुलाती थी। इसी वर्ष जुलाई में जुबैर मुजफ्फरनगर पीड़िता के घर पहुंचा। उसने पीड़िता के पिता से कहाकि उसकी पत्नी ज्यादातर बीमार रहती है। ऐसे में घर का काम-काज नहीं हो पाता। जुबैर ने घर के काम-काज के लिए अपने दोस्त (पीड़िता का पिता) से बेटी को उसके साथ घर भेजने की मांग की।
जुबैर की मजबूरी और अच्छी दोस्ती को देखते हुए अपनी बेटी को जुबैर के साथ भेज दिया। जुबैर उसे बस से लेकर बनभूलपुरा के लिए निकल पड़ा। आरोप है कि उसे हल्द्वानी आते समय बस में नींद आ गई। नींद में जुबैर ने उसके साथ अश्लील हरकत की। घर पहुंचकर वह लंबे समय तक गलत हरकत करता रहा।
19 जुलाई को उसकी तबीयत खराब हुई तो वापस घर मुजफ्फरनगर पहुंच गई। उसने परिजनों को जुबैर की सारी करतूत बताई, लेकिन घरवालों को उसकी बात पर भरोसा नहीं हुआ। 13 अगस्त को जुबैर फिर उसे लेने मुजफ्फरनगर पहुंच गया। न चाहते हुए भी डरी-सहमी पीड़िता जुबैर के साथ हल्द्वानी आ गई। 10 दिन जुबैर ठीक रहा, लेकिन बाद में फिर अश्लील हरकतें शुरू कर दीं। जुबैर पीड़िता के निजी अंगों से छेड़छाड़ करता था। बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी का कहना है कि तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
पीड़िता ने जुबैर को उसी के मोबाइल से फंसाया
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसके पास मोबाइल नहीं था और उसकी बात पर किसी को भरोसा नहीं था। इस पर जुबैर को शय मिल रही थी और उसकी हरकतें बढ़ती जा रही थीं। एक दिन मौका पाकर उसने जुबैर का मोबाइल लिया और वीडियो रिकॉर्डिंग मोड ऑन कर ऐसे स्थान पर रख दिया, जहां से जुबैर की हरकतें रिकार्ड हो सके।
योजना के तहत रखे मोबाइल में पीड़िता से अश्लीलता का वीडियो रिकार्ड हो गया। जुबैर के मोबाइल से वीडियो पीड़िता ने जुबैर की पत्नी को भेजा और पत्नी के मोबाइल से वीडियो अपने परिवार वालों को भेज दिया। जिसके बाद परिजनों को अपनी बेटी की बात का भरोसा हुआ।