बरेली: शांति से निपटा उर्स-ए-रजवी मगर पोस्टर फाड़ने का वीडियो वायरल होने से आक्रोश
शोभा यात्रा के दौरान अराजक तत्वों ने फाड़ दिए थे उर्स के पोस्टर, पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट
बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश का जिला बरेली, जोकि सुन्नी-बरेलवी मुसलमानों का मरकज (केंद्र) हैं। वहां आला हजरत, इमाम अहमद रजा खान के तीन दिवसीय 106वें सालाना उर्से रजवी में लाखों अकीदतमंदों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। उर्स स्थल इस्लामिया मैदान को जाने वाले नावेल्टी चौराहे के पास कुछ शरारती तत्वों ने उर्से रजवी के पोस्टर फाड़ डाले। अकीदतमंद भड़क गए। गहमागहमी के माहौल के बीच पुलिस ने यहां फौरन एक्शन लिया। कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ पोस्टर फाड़कर, समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। लेकिन ये हरकत पूरे शहर को हैरान कर गई।ये घटनाक्रम 29 अगस्त की रात का है। उर्से रजवी में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से जायरीन यहां पहुंचे हुए थे। 29 अगस्त की शाम को शहर में एक शोभा यात्रा निकली। एक तरफ अकीदतमंदों के जत्थे चादरों का जुलूस लेकर दरगाह आला हजरत की तरफ पहुंच रहे थे। तो दूसरी तरफ शोभायात्रा पर पुष्प वर्षा हो रही थी। गंगा-जमुनी तहजीब के शहर बरेली में आस्था और अकीदत के इस खुशनुमा संगम के बीच कुछ शरारती तत्व अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। और उन्होंने दोनों बड़े आयोजनों की भारी भीड़, सुरक्षा-व्यवस्था को नजरंदाज करते हुए यहां नावेल्टी चौराहे पर पोस्टर फाड़ डाले। पलभर के लिए तो इस घटना ने चौराहे पर हलचल पैदा कर दी। लेकिन बरेली के सभी लोगों ने धैर्य-सब्र से काम लिया। और इस मामले को नजरंदाज करते हुए अपनी अकीदत और आस्था का परिचय दिया।
जमात का प्रतिनिधि मंडल पहुंचा कोतवाली
शनिवार को जमात रजा-ए-मुस्तफा का एक प्रतिनिधि मंडल इस मामले में कोतवाली पहुंचा। जहां पुलिस ने खुद ही पोस्टर फाड़ने वालों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है। आला हजरत ख़ान से जुड़े बुजुर्ग और उलमा ने इस मामले में पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से भी इस प्रकरण में बात की है।