प्रतापगढ़: न्याय न मिलने से निराश वृद्ध ने एसडीएम से मांगी इच्छा मृत्यु

राज्यपाल ने दी मंजूरी, मिली समय पूर्व रिहाई

प्रतापगढ़: न्याय न मिलने से निराश वृद्ध ने एसडीएम से मांगी इच्छा मृत्यु

रानीगंज/प्रतापगढ़, अमृत विचार। तहसील क्षेत्र के बघेवरा गांव निवासी पीड़ित 60 वर्षीय भोलानाथ सिंह ने न्याय न मिलने पर एसडीएम से इच्छा मृत्यु मांगा है। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि जानबूझकर कर पत्रावली गायब कर दी जा रही है।

वृद्ध पीड़ित भोलानाथ ने एसडीएम को दिए गए प्रार्थना पत्र में लिखा है कि ग्राम सभा की बेशकीमती सरकारी भूमि को गांव के ही लोगों के द्वारा फर्जी तरीके से अपने नाम पर राजस्व अभिलेख में अंकित करवा लिया गया है। मामले में एसडीएम कोर्ट में फर्जी इंद्राज निरस्त करते हुए सरकारी भूमि को पुन: सरकारी खाते में परिवर्तित करने के लिए वर्ष 2021 में वाद नियोजित किया था। जिसमें न्यायालय द्वारा तहसीलदार एवं राजस्व निरीक्षक से स्थलीय एवं अभिलेखीय जांच करते हुए आख्या मांगी गई थी। 

वर्ष 2022 में आठ सितंबर को राजस्व निरीक्षक, तहसीलदार द्वारा स्पष्ट आख्या लगाया गया कि आरोपित व्यक्ति का नाम निरस्त करते हुए नवीन परती के खाते में दर्ज की जाए। आरोप है कि बावजूद इसके न्यायालय द्वारा पीड़ित के पत्रावली में आदेश नहीं पारित हुआ और न्यायालय की सरकारी इंटरनेट वेबसाइट से वाद को निस्तारित करते हुए न्यायालय के कर्मचारियों द्वारा पत्रावली को गायब कर दिया गया। पीड़ित पत्रावली उपलब्ध कराए जाने एवं आदेश पारित कराए जाने के संबंध में तत्कालीन एसडीएम रानीगंज को इसी वर्ष 15 मार्च, 24 अप्रैल एवं 01 जून को प्रार्थना पत्र दिया था। जिस पर तत्कालीन एसडीएम रानीगंज द्वारा न्यायालय रीडर के विरुद्ध कर्रवाई के लिए जिलाधिकारी को पत्र भेजकर कर्रवाई की अपेक्षा की थी। 

डीएम द्वारा एसडीएम न्यायालय रानीगंज रीडर धीरेंद्र कुमार को कारण बताओ नोटिस भेज कर सात कार्य दिवस में जवाब मांगा गया था। आरोप है कि इसके बाद भी पीड़ित की न्यायालय से गायब पत्रावली नहीं मिली। पीड़ित ने न्याय न मिलने पर एसडीएम रानीगंज अनिल कुमार वर्मा को प्रार्थना पत्र देकर इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान करने की याचना की है। एसडीएम ने पीड़ित को कार्रवाई कर न्याय का आश्वासन दिया है

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