कासगंज: बाढ़ की संभावना के मद्देनजर सतर्क हुआ सिंचाई विभाग, बांधों को किया जा रहा मजबूत

कासगंज: बाढ़ की संभावना के मद्देनजर सतर्क हुआ सिंचाई विभाग, बांधों को किया जा रहा मजबूत

कासगंज, अमृत विचार। बाढ़ की संभावना बढ़ती ही जा रही है। पहाड़ों के साथ ही मैदानी क्षेत्र में भी बारिश बढ़ रही है, जिससे हर साल की तरह इस साल भी गंगा नदी में बाढ़ आने की स्थिति जल्द बन सकती है। ऐसे में सिंचाई विभाग की टीमें अभी से बाढ़ निरोधक कार्यों में जुट गई हैं और कार्य में तेजी लाई गई है। बांधों को मजबूत बनाया जा रहा है।

सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता संजय शर्मा के नेतृत्व में टीम गंगा नदी किनारे जगह बांधों को मजबूत कर रही है। महमूदपुर पुख्ता पर तेजी के साथ मजबूत बांध बनाने का कार्य चल रहा है और यहां मजदूर लगे हुए हैं। हालांकि, अभी बाढ़ नहीं आई है और न ही फिलहाल बाढ़ का खतरा है, लेकिन आगामी समय में इसी तरह से यदि पहाड़ों और मैदानी क्षेत्रों में बारिश होती रही तो निश्चित ही गंगा नदी उफान पर आ जाएगी और हर साल की तरह इस साल भी तराई में तबाही मचाने को आतुर देखेगी, क्योंकि बाढ़ रोकने में पिछले 14 साल से अब तक सिंचाई विभाग कामयाब नहीं हो चुका है। 

पहले से ही कमजोर दिखाई दे रहे कार्य
बाढ़ और कटान रोकने के लिए जो कार्य इस साल काफी समय पहले ही शुरू कर दिए गए थे। वह कमजोर दिखाई दे रहे हैं। गांव बरौना और उसके आसपास जो कार्य कराए गए हैं वहां बारिश से मिट्टी कटने लगी है। इस पर बीते दिनों समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आपत्ति भी जताई थी। हालांकि, जिला प्रशासन ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बाढ़ और कटान रोकने के लिए कराए जा रहे कार्य मजबूती के साथ कराए जाएं।

 बाढ़ एवं कटान रोकने के लिए अभी से बांध मजबूत कराए जा रहे हैं। जहां भी ऐसा खतरा दिख रहा है कि वहां से बाढ़ का पानी गांव की ओर बढ़ सकता है। वहां कार्य तेजी के साथ चल रहा है। बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तैयारी चल रही है।-संजय शर्मा, सहायक अभियंता सिंचाई

आंकड़ों की नजर से
-10515 क्यूसेक पानी हरिद्वार बैराज से छोड़ा गया 
-10503 क्यूसेक पानी बिजनौर बैराज से छोड़ा गया
-4147 क्यूसेक पानी नरोरा बैराज से छोड़ा गया 
-159.57 मीटर गेज है बदायूं की ओर पानी
-कासगंज की ओर अभी नहीं बढ़ रहा है मीटर गेज

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