स्कूल पहुंचे छात्रों का तिलक लगाकर स्वागत, पहनाई फूलों की माला

-समर कैंप में करवाई गईं रोचक गतिविधियां, ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण भी कराया

स्कूल पहुंचे छात्रों का तिलक लगाकर स्वागत, पहनाई फूलों की माला

बाराबंकी, अमृत विचार। गर्मी की छुट्टियों के बाद प्राइमरी स्कूल शुक्रवार से खुल गए। शासन के निर्देश के अनुसार जिले के सभी विद्यालयों में शिक्षकों ने टीका लगाकर स्वागत किया और बच्चों को हलवा पुड़ी खिलाई गई। साथ ही स्कूलों में समर कैंप आयोजित कर बच्चों को अनेक रोचक गतिविधियां कराई गईं। इसके अतिरिक्त कई विद्यालयों के बच्चों को ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण भी कराया गया।

स्कूलों में बच्चों के लिए दो दिन समर कैंप का आयोजन होना है। कल रविवार है। एक जुलाई से नियमित कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। शिक्षकों के लिए 25 जून से ही स्कूल खुल गए थे। परिषदीय विद्यालयों में लगभग एक महीने से गर्मी की छुट्टियां चल रही थीं। इसके बाद विद्यालय 18 जून से खुलने थे, लेकिन भीषण गर्मी को देखते हुए छुट्टियां 24 जून तक बढ़ा दी गई थीं। फिर 25 जून से विद्यालय खोले गए। शुरू के तीन दिन शिक्षक-कर्मचारी ही विद्यालय आए। उन्होंने परिसर की साफ-सफाई, मिड-डे-मील आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराई। शुक्रवार से बच्चों का स्कूल में आगमन हुआ। शिक्षकों द्वारा अभिभावकों से संपर्क कर बच्चों को नियमित स्कूल भेजने को प्रेरित किया गया। 

जिले में 2625 परिषदीय विद्यालय हैं। इनमें 1781 प्राथमिक विद्यालय, 475 पूर्व माध्यमिक विद्यालय, 369 कंपोजिट विद्यालय हैं। विकासखंड बंकी क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बनवा में शिक्षकों ने बच्चों का टीका लगाकर स्वागत किया। बच्चों को पुष्प भी दिए गए। साथ ही खेलकूद व अन्य गतिविधियां भी कराई गईं। हैदरगढ़ क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में भी समर कैंप के दौरान विद्यालय पहुंचे बच्चों का रोली अक्षत से तिलक करके स्वागत किया गया। बच्चों को संचारी रोगों से बचाव की जानकारी दी गई और उनके माध्यम से वृक्षारोपण कराकर पर्यावरण को साफ सुथरा रखने के लिए पेड़ों के महत्व पर प्रकाश डाला गया।

देवा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय कुसुम्भा में ग्रीष्मावकाश के बाद विद्यालय खुलने पर शिक्षकों द्वारा बच्चों को रोली चंदन से तिलक लगाकर एवं बच्चों को मिष्ठान देकर जोरदार स्वागत किया गया। विद्यालय खुलने पर बच्चों में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ। सभी बच्चे बहुत खुश हुए। नन्हे मुन्ने बच्चे आपस में चर्चा करते हुए देखे गए कुछ बच्चे कह रहे थे हमने नानी के यहां खूब मस्ती की। कम्पोजिट विद्यालय सिरौलीगौसपुर के प्रधानाध्यापक बृजेश शुक्ला अपने शिक्षक साथियों के साथ हलीम, रुद्रप्रताप, सुनील, अवनीश, अमित मिश्रा, गीता, कुमकुम, इन्द्रेश व मुकेश आदि बच्चों का स्वागत फूल माला, रोली चंदन लगाकर किया।

तो कम्पोजिट विद्यालय मरकामऊ में पूरे परिसर में मैट बिछाकर विद्यालय को सजाया गया था। शिक्षिका रश्मि शुक्ला ने बच्चों को टीका लगाया तो प्रधानाध्यापक राजेश शुक्ला, सोनेलाल विश्वकर्मा, रामकृपाल वर्मा, अंकित शुक्ला, रविंद्र गुप्ता, ममता यादव और विपिन पटेल ने बच्चों पर पुष्प वर्षा की। इसके अलावा विकासखंड रामनगर, फतेहपुर, सूरतगंज, पूरेडलई, बनीकोडर और निंदूरा समेत अन्य स्कूलों में भी बच्चों का स्वागत पूरे जोश के साथ किया गया।

15 जुलाई से टैब से हाजिरी

परिषदीय विद्यालयों को डिजिटली एक्टिव करने के क्रम में स्कूलों के सभी 12 तरह के रजिस्टर्स को डिजिटल किए जाने के साथ ही शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति भी डिजिटल मार्क किए जाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके अंतर्गत छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों को भी टैबलेट पर फेस रिकग्निशन सिस्टम (चेहरा दिखाकर) से उपस्थिति दर्ज करानी होगी। 15 जुलाई से यह प्रक्रिया लागू हो जाएगी।

दरअसल योगी सरकार बीते काफी समय से परिषदीय स्कूलों में सभी तरह के कार्यों को डिजिटली किए जाने पर जोर दे रही है। इसी के तहत इन स्कूलों के सभी 12 तरह के रजिस्टर को डिजिटल किए जाने के लिए प्रेरणा पोर्टल पर डिजिटल मॉड्यूल तैयार किया गया है। यही नहीं डिजिटल अटेंडेंस के लिए भी स्कूलों को टैबलेट और सिम प्रदान किए गए हैं।

 

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