Kanpur: इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी से बीपी और चक्कर की समस्या, अस्पताल में पहुंच रहे सैकड़ों मरीज...इन बातों का ध्यान रखना जरूरी

हैलट, उर्सला, केपीएम व कांशीराम अस्पताल में पहुंच रहे सैकड़ों मरीज

Kanpur: इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी से बीपी और चक्कर की समस्या, अस्पताल में पहुंच रहे सैकड़ों मरीज...इन बातों का ध्यान रखना जरूरी

कानपुर, अमृत विचार। भीषण गर्मी में अगर आप पर्याप्त मात्रा में पानी और पोषक तत्वों का सेवन नहीं कर रहे हैं तो सावधान रहें। इनकी कमी की वजह से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स (सोडियम, पोटेशियम, कैलि्शयम आदि) की कमी होती है, जिसके बाद गर्मी में लोगों का बीपी कम होने से उनको चक्कर आने व बेहोशी जैसी समस्या हो रही है। सिर व पेट में भी अधिक दर्द होने पर कमजोरी की समस्या हो रही है। 

हैलट, उर्सला, केपीएम व कांशीराम संयुक्त अस्पताल में इन दिनों उल्टी, दस्त, सिर में दर्द, चक्कर आना, पेट दर्द, गले में खराश व शरीर में बेहद कमजोरी आदि लक्षण युक्त मरीजों की भीड़ हो रही है। बुधवार को चारों अस्पतालों में करीब 170 मरीज इन लक्षण युक्त पहुंचे, जिनमें से 26 मरीजों को भर्ती किया गया।

उर्सला अस्पताल के कार्यवाहक सीएमसस डॉ.बीसी पाल ने बताया कि इलेक्ट्रोलाइट्स, तंत्रिका और मांसपेशियों के कार्य को नियंत्रित करने, शरीर को हाइड्रेट रखने, रक्त अम्लता और दबाव को संतुलित करने के साथ क्षतिग्रस्त ऊतकों के पुननिर्माण में मदद करते हैं।

ऐसे में इनमें होने वाला असंतुलन कई प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकता है। खासकर जब तापमान 45 से 46 डिग्री हो। रक्त में इलेक्ट्रोलाइट्स का स्तर बहुत अधिक या बहुत कम हो सकता है, जिसे असंतुलन कहा जाता है। दस्त, शरीर में पानी की कमी, आहार में पोषक तत्वों कमी या फिर हृदय रोग या उच्च रक्तचाप के कारण यह दिक्कत हो सकती है।

उच्च रक्तचाप व शरीर में पानी की कमी होने से लोगों में समस्या अधिक देखी जा रही है। इलेक्ट्रोलाइट्स के असंतुलन की स्थिति में कमजोरी, दौरा पड़ना और हृदय गति में असमानता की समस्या भी हो सकती है। फल और सब्जियां इलेक्ट्रोलाइट्स के अच्छे स्रोत हैं। 

40 डिग्री से अधिक तापमान पर होती दिक्कत 

विशेषज्ञों के मुताबिक मानव शरीर 35 से 37 डिग्री तक का तापमान बिना किसी परेशानी के सह लेता है। जब तापमान 40 डिग्री से अधिक होने लगता है तो लोगों को परेशानी होने लगती है। अध्ययनों के मुताबिक मानव के लिए 50 डिग्री का अधिकतम तापमान बर्दाश्त करना मुश्किल होता है, इससे ज्यादा तापमान जिंदगी का जोखिम पैदा कर देता है। इसलिए पानी और पोषक आहार का सेवन अधिक से अधिक करने की सलाह दी जा रही है। 

इन बातों का ध्यान रखना जरूरी 

- संतुलित आहार खाएं, जिसमें इलेक्ट्रोलाइट्स वाले खाद्य पदार्थ शामिल हों।

- खूब पानी पिएं, क्योंकि अधिक तरल पदार्थ पीने से इलेक्ट्रोलाइट्स आपके सिस्टम से बाहर नहीं निकल पाते।

- ओवर-द-काउंटर मूत्रवर्धक दवाओं का अधिक उपयोग न करें।

- नमक का अधिक सेवन न करें। सोडियम एक इलेक्ट्रोलाइट है, पर अधिक सेवन से सिस्टम असंतुलित हो सकता है।

- दिन के सबसे गर्म समय के दौरान तीव्र स्तर के व्यायाम से बचने की कोशिश करें।

- घर के अंदर व्यायाम न करें, खासकर अगर आपको बहुत अधिक पसीना आने लगे।

- जितना हो सके तरल पदार्थ और पोषक आहार का सेवन करें।