बदायूं: खेत में चला रहे थे फैक्ट्री, मुख्यमंत्री की सख्ती के डर से नहीं बिके असलाह

बदायूं: खेत में चला रहे थे फैक्ट्री, मुख्यमंत्री की सख्ती के डर से नहीं बिके असलाह

सहसवान, अमृत विचार: कोतवाली सहसवान पुलिस ने अवैध असलाह फैक्ट्री पकड़ी है। दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी ने अपने पिता से असलाह बनाना सीखा था और असलाह बनाने का नया काम शुरू किया था लेकिन बाबा (मुख्यमंत्री) की कार्रवाई के डर की वजह से दो-तीन लोगों ने उनसे तमंचे खरीदे थे। पुलिस ने दोनों के पास से अधबने असलाह बरामद किए। पुलिस ने दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके जेल भेजा है। 

पुलिस ने जखुपुर के जंगल में दबिश दी। जहां से गांव कुकरईया निवासी ओमपाल पुत्र हाकिम और गांव जखुपुर निवासी मिहीलाल को पकड़ा। वह अवैध असलाह बना रहे थे। उनके पास से देशी रायफल, तमंचे, अर्द्धनिमित रायफल आदि बरामद हुआ। पुलिस दोनों को पकड़कर कोतवाली ले गई और पूछताछ की। बताया कि उन दोनों ने मिलकर यह काम शुरू किया है। 

देशी रायफल पांच हजार रुपये और तमंचा 2500 रुपये में बेचते हैं। ओमपाल ने असलाह बनाने का काम अपने पिता हाकिम पुत्र यादराम से सीखा था। अब हाकिम बीमार हैं और खाट पर पड़े रहते हैं। पिता का इलाज कराना था। तो लगा कि लोकसभा चुनाव में असलाहों की मांग बढ़ जाएगी। जिसके चलते मिहीलाल साथ मिलकर काम शुरू किया था लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दहशत और पुलिस की सक्रियता की वजह से उनके बनाए असलाह नहीं बिक सके। एक-दो तमंचे ही बिके हैं।

 लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद उन्होंने फिर से काम शुरू किया और पुलिस ने पकड़ लिया। बताया कि हाकिम सिंह असलाह फैक्ट्री चलाने पर चार बार और वह एक बार पहले भी जेल जा चुका है। वहीं मिहीलाल ने बताया कि उसने असलाह बनाने का काम ओमपाल से सीखा है। दोनों को जेल भेजा गया है। गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक सौरभ सिंह, उपनिरीक्षक सुशील कुमार व सुनील कुमार, सिपाही सचिव ढाका, विजय कुंडू, नितिन कुमार, आदित्य सिंह रहे।

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