Auraiya News: मंडलायुक्त व डीआईजी ने अधिकारियों संग की मैराथन बैठक, स्वीमिंग पूल विवाद में डीएम ने नकारे आरोप

एक्सईएन ने प्रमुख सचिव को 76 पन्ने का भेजा जवाब

Auraiya News: मंडलायुक्त व डीआईजी ने अधिकारियों संग की मैराथन बैठक, स्वीमिंग पूल विवाद में डीएम ने नकारे आरोप

औरैया, अमृत विचार। गुरुवार को दोपहर मंडलायुक्त अमित गुप्ता, डीआईजी जोगेन्दर सिंह, लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता कानपुर संजीव भारद्वाज व अधीक्षण अभियंता इटावा वृत्त इटावा नरेश चन्द्र जनपद में अचानक पहुंचे। 

थोड़ी देर देवकली स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस औरैया में रुकने के बाद सभी अधिकारी जिला मुख्यालय ककोर पहुंचे। वहां से जिलाधिकारी नेहा प्रकाश एसपी चारु निगम, एडीएम एसडीएम के साथ सीधे गेल गांव स्थित आशियाना अतिथिगृह में चले गए। यहां आला अधिकारियों की मैराथन बैठक चली। बैठक घंटो तक चली। 

अपुष्ट सूत्रों के अनुसार माना जा रहा है कि डीएम नेहा प्रकाश द्वारा अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी अभिषेक यादव के निलम्बन की संस्तुति की गई थी, जिस पर अधिशाषी अभियंता अभिषेक यादव ने डीएम पर आरोप लगाया था। इस बाबत जांच पड़ताल हेतु बैठक हुई।
  
ज्ञातव्य हो कि चुनाव और विकास कार्यों में लापरवाही पर मंडलायुक्त और डीएम ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) अभिषेक यादव को निलंबित करने की संस्तुति कर दी थी। एक्सईएन ने इसे लेकर डीएम नेहा प्रकाश को निशाने पर लिया था। 

उन्होंने पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव को लिखे 76 पेज के पत्र में कहा कि डीएम आवास में स्वीमिंग पूल और सड़क बनाने से मना करने पर उनके ऊपर कार्रवाई की संस्तुति की गई है। शासन को गलत रिपोर्ट भेजी गई है। वहीं, डीएम ने आरोप को गलत बताया। कहा कि आवास का  निर्माण कानपुर के ठेकेदार करा रहे हैं। 

एक्सईएन का इससे कोई लेना-देना नहीं है। ठेकेदार से पता किया जा सकता है कि क्या बनाया है और क्या बन रहा है। शासन को भेजे गए पत्र में में एक्सईएन पर अधिकारियों  कर्मचारियों के आवासों के निर्माण कार्य में लापरवाही, सड़क निर्माण में देरी, चुनाव से जुड़े कार्यों में हीलाहवाली, पोलिंग पार्टियों के लिए मानक विहीनहीन मंच निर्माण, बिना सूचना दिए चुनाव में अनुपस्थित रहने जैसे आरोप लगाए  गए थे। 

इस पर एक्सईएन अभिषेक यादव ने आरोपों को गलत बताते हुए लिखा है कि डीएम आवास में 2.97 करोड़ रुपये
के सापेक्ष 84 लाख रुपये अतिरिक्त खर्च किए गए। कमरे, किचन व बाथरूम में कई गुणा महंगे उपकरण लगवाए गए। डीएम ने उनसे मौखिक रूप से कहा था कि आवास में स्वीमिंग पूल और आंतरिक मार्ग बनवा दें। यह कार्य कराने से इन्कार करने पर नाराज डीएम अलग-अलग मामले में मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगीं।

इसके अलावा उन्होंने बताया है कि सेहुद से मेडिकल कालेज जाने वाले मार्ग के निर्माण में बिजली लाइन हटाए जाने व किसानों का जमीन विवाद होने के कारण देरी हुई। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। इस बीच उनकी पत्नी की तबीयत खराब हो गई और डाक्टर ने भर्ती करने की सलाह दी। उन्होंने डीएम से लेकर एडीएम को जानकारी दी, लेकिन छुट्टी नहीं दी गई। 

इस पर वह लखनऊ गए। पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया और दूसरे दिन वापस आ गए थे। पोलिंग पार्टी रवाना होने के दौरान 25 से 30 अधिकारियों के बैठने के लिए मंच बनाया गया था लेकिन सौ से अधिक लोगों के पहुंचने पर मंच टूट गया। हालांकि, किसी को भी चोट नहीं आई थी।

मंडलायुक्त कानपुर अमित गुप्ता ने कहा था कि चुनाव और विकास कार्यों में लापरवाही बरतने पर एक्सईएन के निलंबन की संस्तुति डीएम औरैया ने की थी। काम में शिथिलता करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जनता और शासन के काम प्राथमिकता में हैं। 

गुरुवार को गेल गांव के आशियाना अतिथिगृह में सभी आला अधिकारियों की घंटो बैठक चली। माना जा रहा है कि शासन के निर्देश पर मामले की जांच के लिए ही जिले में उच्चाधिकारियों के साथ गहन बातचीत की गई। हालांकि औपचारिक तौर पर किसी ने भी ये पुष्टि नहीं की कि अचानक जिले में जिले के अधिकारियों के साथ इतनी शीर्ष स्तरीय बैठक क्यों हुई।

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