Kanpur: वक्फ बोर्ड की जमीन बेचने में SIT गठित, टीम ने कुछ दस्तावेज कब्जे में लिए, जांच में सामने आया था फर्जीवाड़ा
कानपुर, अमृत विचार। अनवरगंज थानाक्षेत्र के दलेलपुरवा इलाके में वक्फ बोर्ड की 20 करोड़ रुपये की जमीन को पूर्व मुतवल्ली ने फर्जी तरीके से बेच डाला। शिकायत पर जिलाधिकारी ने जांच कराई तो फर्जीवाड़ा सामने आया था। इस पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी पवन कुमार ने अनवरगंज थाने में पूर्व मुतवल्ली समेत 10 लोगों के एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले में शुक्रवार को जांच एसआईटी को सौंपी गई। टीम ने कुछ दस्तावेज को अपने कब्जे में ले लिया।
दलेलपुरवा में वक्फ बोर्ड की पांच हजार वर्गमीटर की संपत्ति है। इसकी देखरेख की जिम्मेदारी 2001 से 2024 तक मुतवल्ली शादाब खान की थी। छह मई को नए मुतवल्ली बने मोहम्मद वसीम ने वक्फ संपत्ति का कार्यभार लिया। उन्हें वक्फ की जमीन फर्जी तरीके से बेचे जाने की जानकारी हुई तो जिलाधिकारी से शिकायत की। इसके बाद जिला अल्पसंख्यक अधिकारी व वक्फ इंस्पेक्टर ने जांच की।
बोर्ड के मई 2003 में जमीन बदलने के आर्डर को दफा 37 के रजिस्टर में 2008 में चढ़ाया गया। फिर जमीन को बदलने का आदेश 2010 में खारिज कर दिया गया। इस बीच शादाब ने फर्जीवाड़ा कर जमीन बेच डाली। जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने पर जिला अल्पसंख्यक अधिकारी पवन कुमार ने अनवरगंज थाने में पूर्व मुतवल्ली समेत 10 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
इस संबंध में डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने बताया कि मामले की जांच के लिए एसीपी अनवरगंज आईपी सिंह की अगुवाई में एसआईटी गठित की गई है। इसमें अनवरगंज थाना प्रभारी नीरज ओझा और रायपुरवा थाना प्रभारी संतोष कुमार गौड़, सर्विलांस व क्राइम ब्रांच व उनकी टीम को शामिल किया गया है। शुक्रवार को जांच करने पहुंची टीम ने कुछ दस्तावेजों को कब्जे में लिया है।