पिथौरागढ़: पशुधन सहायक का शव लेने टीम को पैदल तय करनी पड़ी पूरे 100km.की दूरी...

पिथौरागढ़: पशुधन सहायक का शव लेने टीम को पैदल तय करनी पड़ी पूरे 100km.की दूरी...

पिथौरागढ़, अमृत विचार। पहाड़ों की शांत,सुंदर वादियों में पैदल ट्रैक करने का मजा कौन नहीं लेना चाहता पर जब परिस्थितियां विपरीत हों तो मजा सजा में बदल जाता है। पहाड़ में दो-चार दिन बिताने-घूमने जाने वाले शायद ये बात न समझ पाएं क्योंकि उन्हें तो केवल सेल्फी,वीडियो से मतलब होता है लेकिन जीवन कितना कठिन है ये उस जगह के निवासी ही बता सकते हैं।

ऐसा ही कुछ ल्वां गांव की स्थिति है जहां आज भी सड़क नहीं पहुंची है ऐसे मैं कोई अनहोनी हो जाए तो कितनी फजीहत हो सकती है इसका अंदाज आप स्वयं लगा सकते हैं, ताजा प्रकरण ल्वा गांव पहुंचे पशुधन सहायक गंगोलीहाट के सिरोला गांव निवासी पशुधन सहायक दान सिंह (59) पुत्र देव सिंह का सामने आया है जो विभागीय कार्य से यहां पहुंचे हुए थे। और अचानक सांस लेने में दिक्कत होने के चलते उनकी तबियत बिगड़ गई और मौत हो गई।

ऐसे में ल्वां गांव में पशुधन सहायक का शव लाने के लिए एक टीम को 50 किमी पैदल पहले गांव जाना पड़ा और फिर खतरों भरे रास्ते से 
शव को स्ट्रेचर पर लाद वापस 50 किमी. की दूरी तय करनी पड़ी। इस टीम में मुनस्यारी थाना पुलिस के एसआई देवेंद्र बिष्ट, राजस्व उप निरीक्षक दिनेश भंडारी, कांस्टेबल वीरेंद्र यादव, होमगार्ड देवेंद्र सिंह शामिल रहे और हर कोई उनकी तारीफ कर उन्हे दुआएं दे रहा है। टीम ने मंगलवार को पशुधन सहायक के शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी पहुंचाया। यहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।