मेरठ: साढ़े आठ लाख के कर्ज पर बाप-बेटे को जबरन उठाया, दोनों की कमरे में बंद कर की पिटाई...पिता ने तंग आकर उठाया ये कदम

 मेरठ: साढ़े आठ लाख के कर्ज पर बाप-बेटे को जबरन उठाया, दोनों की कमरे में बंद कर की पिटाई...पिता ने तंग आकर उठाया ये कदम

मेरठ। यूपी के मेरठ से एक पुलिस की लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां पुलिस की लापरवाही से एक शख्स की जान चली गई। दरअसल दिल्ली से आए कुछ लोग साढ़े आठ लाख के कर्ज पर पिता-पुत्र को कंकरखेड़ा की वैष्णोधाम कालोनी से जबरन उठाकर ले गए थे। 

परिजन पुलिस के सामने गिड़गिड़ाते रहे लेकिन पुलिस ने बरामदगी की कोई पहल नहीं की। आरोपितों के उत्पीड़न से तंग आकर पिता ने उन्हीं के घर पर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।

परिजनों के मुताबिक शनिवार को तीन आरोपित आए और राजबीर व उनके बेटे शमीकांत को जबरन कार में डालकर दिल्ली ले गए। राजबीर की पत्नी संगीता ने कंकरखेड़ा थाने पहुंचकर पुलिस को जानकारी दी। आरोप है कि पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की।

इस मामले पर थाना प्रभारी विष्णु कौशिक ने बताया कि सपना, ललित और उज्जवल पिता-पुत्र को जबरन अपने घर दिल्ली ले गए। वहां पर उन्होंने कुछ अन्य लोगों को बुला लिया जिनका राजबीर पर कर्ज था। दोनों को कमरों में बंद कर पिटाई की। उनके उत्पीड़न से तंग आकर राजबीर ने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इंस्पेक्टर के मुताबिक इसके बाद परिवार के लोग थाने पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी।

वहीं एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि तीनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। परिजन ने बताया कि राजबीर की मौत के बाद आरोपितों ने परिवार को शाहदरा बुला लिया और डरा धमकाकर राजबीर का अंतिम संस्कार करा दिया। इसके बाद वह शमीकांत को मुक्त कराकर मेरठ पहुंचे और मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने अभी तक किसी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया है।

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