बरेली: वीआईपी बूथ...रोजगार कार्यालय और तहसील बूथ पर हर बार कम होता है मतदान

ज्यादातर लोग बाहर बच्चों के पास रह रहे, बुजुर्ग भी बूथ तक आने में असमर्थ

बरेली: वीआईपी बूथ...रोजगार कार्यालय और तहसील बूथ पर हर बार कम होता है मतदान

बरेली, अमृत विचार। एसी कमरे से निकल कर बूथ तक वोटरों को लाना कार्यकर्ताओं के लिए चुनौती बना है। वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रशासनिक अफसर भी प्रयासरत हैं लेकिन अफसर उस सोच से परेशान हैं जो बूथ में चार पांच लोगों की मौजूदगी को भीड़ समझकर घर से नहीं निकलते और भीड़ समाप्त होने का इंतजार करते करते पूरा वक्त निकाल देते और मतदान करने नहीं जाते। इसके पीछे कुछ कारण तो वाजिब है कि घर में बुजुर्ग है इसलिए वह बूथ तक नहीं आ सकते लेकिन जो सदस्य मौजूद हैं उन्हें बूथ तक आना ही चाहिए।

शहर में तहसील कार्यालय और रोजगार कार्यालय का बूथ पॉश बूथ माना जाता है। तहसील में सात, रोजगार कार्यालय में चार व एक बूथ एसडीएम सदर कार्यालय में लगता है। 12 बूथों में 13213 वोट हैं। यहां पर स्टेशन रोड,चौबे वाली गली से सरन अस्पताल वाला क्षेत्र, भटनागर कालोनी, सिविल लाइंस इलाके के वोट पड़ते हैं। यहां की हालत यह है कि एक घर में पांच वोट है तो दो सदस्य बाहर या तो पढ़ने गये या नौकरी करने गये। कुछ जगह तो मां-बाप भी बच्चों के साथ रहने चले गये। कुछ ऐसे भी बुजुर्ग हैं जो चलने फिरने में असमर्थ हैं। उन्हें बूथ तक लाने वाला कोई नहीं है। इसलिए भी उनका वोट नहीं पड़ता है। हालांकि सरकार ने 85 साल के ऊपर के बुजुर्ग के घर जाकर मतदान करने की व्यवस्था की है लेकिन 65 से 85 आयु वर्ग के बुजुर्ग जो चलने फिरने में असमर्थ या बीमार हैं और बूथ तक नहीं आ सकते हैं उनके मतदान की व्यवस्था नहीं है।

इस पॉश इलाके में वर्ष 2019 में सभी बूथों पर 13213 वोट थे। लेकिन यहां केवल 5034 वोट ही डाले गये। यानि इस बूथ पर लगभग 38 फीसदी मतदान ही हो पाया था। लोग बूथ तक आए नहीं और कार्यकर्ताआों ने भी वोटरों को घर से निकालने का प्रयास नहीं किया। इस बार मेहनत की जाए तो यहां वोट प्रतिशत बढ़ सकता है।

इसी तरह 2019 लोकसभा चुनाव में बदयूं के शेखूपुरा विधानसभा क्षेत्र के भी कुछ बूथों पर कम मतदान हुआ। प्राथमिक स्कूल गौरमई पूर्वी के कमरा नंबर दो 982 वोटरों में से मात्र 315 लोगों ने मतदान किया। यहां 32 फीसदी मतदान हुआ तो यहीं के अतिरिक्त कक्ष बूथ में 35 फीसदी, सकरी जंगलईस्ट के कमरा नंबर 3 में 39, तो प्राथमिक विद्यालय मधौली मिर्जापुर में 37 फीसदी मतदान हुआ। यहां 980 में से 368 लोगों ने मतदान किया। प्रशासनिक मशीनरी मतदाता जागरुकता के कई कार्यक्रम चलाती। स्वयं सेवी संस्थाएं भी जागरुकता कार्यक्रम करने का दावा करती है लेकिन मतदाता जागरुक नहीं हो रहे है। पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए यह चुनौती है। इस बार फिर मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।

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