बरेली: नहीं मना पाए अफसर, मतदान न करने पर अड़े 7 गांव के लोग

देवहा नदी पर पुल न बनने की नाराजगी, अफसरों पर लगाया समस्या सुनने के बजाय धमकाने का आरोप

बरेली: नहीं मना पाए अफसर, मतदान न करने पर अड़े 7 गांव के लोग

नवाबगंज/बरेली, अमृत विचार। देवहा नदी पर पुल न बनने से नाराज भदपुरा ब्लॉक के पेहना-पेहनिया समेत सात गांवों के लोग अब भी लोकसभा चुनाव में मतदान न करने पर अड़े हुए हैं। अफसर उन्हें कई दिन से मनाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन रविवार तक उन्होंने अपना फैसला नहीं बदला। लोगों का यह भी आरोप है कि अफसर उनकी समस्या सुनने और समझने के बजाय उन्हें कार्रवाई की चेतावनी देकर धमका रहे हैं।

इन गांवों के लोग करीब 10 साल से देवहा नदी पर पुल बनाने की मांग कर रहे हैं। कुछ समय पहले गांव पेहना पेहनिया में पुल स्वीकृत हो भी गया था लेकिन लोगों का आरोप है कि सत्ताधारी पार्टी के एक नेता के दबाव में पुल जहां स्वीकृत हुआ था, उसके बजाय कहीं और बनाने की शुरुआत कर दी गई। इस तरह उनकी मांग पर स्वीकृत पुल के लाभ से उन्हें वंचित कर दिया गया। लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के कुछ ही दिन इन गांवों के हजारों लोगों ने मतदान न करने का एलान कर दिया था। पीलीभीत संसदीय क्षेत्र में आने वाले गांव पुरैना और ढल्लिया में भी पहले चरण के चुनाव में लोगों ने वोट नहीं डाले थे।

सात गांवों के लोगों के चुनाव के बहिष्कार के एलान से प्रशासन के अफसरों में भी बेचैनी का माहौल है। कई दिन से वे ग्रामीणों से बात करने को मनाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन रविवार को मतदान से दो दिन पहले तक उनका फैसला बदलने में कामयाब नहीं हो सके। रविवार शाम तक गांव के लोग मतदान न करने पर अड़े हुए थे।

सुनीता का आरोप, समस्या सुनने के बजाय धमकी दे रहा प्रशासन
पैनी नजर सामाजिक संस्था की अध्यक्ष व आम आदमी पार्टी की नेत्री सुनीता गंगवार एडवोकेट ने भी शनिवार को गांव पेहना-पेहनिया पहुंचकर नाराज लोगों से बात की। सभी गांवों से आए लोगों के बीच उन्होंने विश्वास दिलाया कि वह इस लड़ाई में उनके साथ हैं। कहा कि लोकतंत्र में यह लज्जा की बात है कि ग्रामीणों को मजबूर होकर मतदान का बहिष्कार करना पड़ा, क्योंकि उनकी समस्या इतनी गंभीर है। पिछले 10 साल से ग्रामीण धरने और प्रदर्शन करके थक चुके हैं। पुल न बनने से उनका आवागमन बीहड़ों जैसा है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन लोगों की समस्या का हल कराने के बजाय ग्रामीणों को मतदान न करने पर कार्रवाई की धमकी दे रहा है। लोकतंत्र में कोई भी दबाव बनाकर जनता से वोट नहीं ले सकता।

गांव के लोग मतदान करने के लिए तैयार है लेकिन कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं। इन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी - गोविंद सिंह, एसडीएम।

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