Chitrakoot News: छात्र को ढूंढने पहुंचे युवकों को जीआरपी ने बेरहमी से पीटा, जानें- पूरा मामला
चित्रकूट में छात्र को ढूंढने पहुंचे युवकों को जीआरपी ने बेरहमी से पीटा।
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चित्रकूट में छात्र को ढूंढने पहुंचे युवकों को जीआरपी ने बेरहमी से पीटा। भाई और मामा के साथ पहले से कैद गुमशुदा छात्र को भी नहीं बख्शा।
चित्रकूट, अमृत विचार। घर से गुस्साकर निकले छात्र को ढूंढने रेलवे स्टेशन पहुंचे युवकों को जीआरपी ने पकड़ लिया। बिना प्लेटफार्म टिकट घूमने के आरोप में छात्र के भाई और मामा की जमकर पिटाई की। परिजनों को फोन भी नहीं करने दिया। आश्चर्य की बात यह कि जिसको ढूंढने वे लोग वहां गए थे, वह भी जीआरपी की गिरफ्त में था। जानकारी मिलने पर परिजन पहुंचे तो पिटे युवकों ने रो रोकर पूरी आपबीती बताई। इस पर ये लोग कोतवाली पहुंचे। कोतवाली में मामले को दबाने का प्रयास किया जाने लगा। समाचार भेजे जाने तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई थी।
जानकारी के अनुसार, चित्रकूट जिले की सीमा पर स्थित मप्र के नयागांव थाने के छीरपुरवा गांव निवासी ओमप्रकाश वर्मा ने बताया कि उसका भाई ओमनारायण रविवार को घर से गुस्साकर चला आया था। उसे ढूंढने वह अपने मामा रितुराज वर्मा के साथ चित्रकूटधाम रेलवे स्टेशन आया था। बताया कि प्लेटफार्म पर वे लोग उसे ढूंढ ही रहे थे कि जीआरपी का एक दरोगा व अन्य पुलिसकर्मी वहां पहुंचा और उनसे पूछा कि क्यों घूम रहे हो। जब उन लोगों ने बताया कि वे ओम को ढूंढ रहे हैं तो दरोगा ने कहा कि यहां से भाग जाओ।
आरोप है कि जब उसने कहा कि अगर मेरा भाई कहीं चला जाएगा तो आप जिम्मेदार होंगे। इस पर पुलिसकर्मी ने प्लेटफार्म टिकट होने की बात पूछी। युवकों के यह कहने पर कि उनको यह नहीं मालूम कि प्लेटफार्म टिकट लेना होता है। इसके बाद वे प्लेटफार्म टिकट लेने जाने को बढ़े तो पुलिसकर्मियों ने उनको पकड़ लिया और मारतेपीटते हुए जीआरपी थाने ले गए।
आरोप लगाया कि वहां पुलिसकर्मियों ने रातभर उनको गालीगलौज करते मारापीटा। इतना पीटा कि नाक और कान से खून बहने लगा। बाद में ये लोग कोतवाली पहुंचे। मामला गरमाता देख वहां समझौते का प्रयास होने लगा। समाचार भेजे जाने तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई थी। हालांकि जानकारी के अनुसार, पुलिस युवकों का मेडिकल परीक्षण करा रही है।
भाई भी वहीं बंद था
ओमप्रकाश ने बताया कि उसका भाई ओमनारायण भी वहीं पर बंद था। इसके बाद भी पुलिसवालों ने उनको नहीं बताया। ओमनारायण को भी पुलिसवालों ने पीटा था। बताया कि पुलिसवाले कपड़े बदल बदलकर मार रहे थे।
घर जाते समय पुलिस ने पकड़ लिया
ओमनारायण ने बताया कि वह स्टेशन आया था तो शाम सात बजे जीआरपी ने उसको पकड़ लिया था। बताया कि उसको भी पुलिसवालों ने मारापीटा था। इतना मारापीटा कि नाक और कान से खून निकलने लगा। स्वेटर उतरवा लिया और बेंच पर लिटाकर मारापीटा।
तीनों ने बताया कि छात्र हैं वे
तीनों भुक्तभोगी युवक छात्र हैं। घर से भागे ओमनारायण ने बताया कि वह कामतन स्कूल नयागांव (मप्र) में कक्षा नौ का छात्र है। ओमप्रकाश महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विवि में बीए (फाइन आर्ट) में प्रथम वर्ष में पढ़ता है। ओमनारायण का मामा राज वर्मा चित्रकूट इंटर कालेज में ग्यारहवीं का छात्र है।
पिता बोला, तीनों को पीटा है जीआरपी ने
ओमनारायण की मां ने मैच खेलने जाने की वजह से उसको दो थापड़ मार दिए थे। इस पर वह घर से चला गया था। धनराज और ओमप्रकाश उसे ढूंढने गए थे। तीनों को पुलिस ने मारापीटा। रात 11 बजे जीआरपी से उसके पास फोन पहुंचा तब वह थाने पहुंचा। उसने बताया कि जब पुलिसवालों से यह पूछा कि आपने इनको क्यों मारा तो पुलिसवालों का कहना था कि ये साले, हमसे अभद्रता से बात कर रहे थे।
परिजनों को बुलाकर सुपुर्द किया
उधर, जीआरपी प्रभारी त्रिपुरेश कौशिक ने पूरे मामले में किसी जानकारी से इंकार किया। उन्होंने कहा कि तीनों संदिग्ध अवस्था में स्टेशन में घूम रहे थे और इनको परिजनों को बुलाकर उनको सकुशल सौंप दिया गया था। उन्होंने कहा कि इनके साथ कोई भी मारपीट नहीं की गई। पता नहीं ये कैसे कह रहे हैं।
मामला जीआरपी का- कोतवाली प्रभारी
उधर, कोतवाली प्रभारी अजीत कुमार पांडेय ने बताया कि मामला जीआरपी का है। दोनों पक्षों को बुलाया गया था और इनके बीच समझौता हो गया है।
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