मणिपुर वीडियो: स्वाति मालीवाल ने PM को लिखा पत्र, की तत्काल कार्रवाई की मांग
नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर मणिपुर में हिंसा को रोकने और दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने एवं उनका कथित रूप से यौन उत्पीड़न करने वाले लोगों को गिरफ्तार करने के लिए कदम उठाने की मांग की।
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मालीवाल ने कहा कि उनकी योजना मणिपुर जाकर पीड़िताओं, उनके परिवारों तथा डर के साये में रह रही अन्य महिलाओं एवं लड़कियों से मिलने और बात करने की है। उन्होंने कहा कि चार मई को हुई घटना के वीडियो ने ‘देश को स्तब्ध कर दिया है और इंसानियत को तार-तार कर दिया है।” मालीवाल ने कहा कि यह जानकर "दुख" हुआ कि प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद, इस जघन्य अपराध के पीड़ितों को न्याय नहीं मिला है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने पत्र में कहा, “ तथ्य यह है कि ऐसी घटना हुई और अपराधी ढाई महीने से ज्यादा वक्त से फरार हैं। यह राज्य में कार्रवाई करने और न्याय दिलाने की तत्काल जरूरत को गंभीर रूप से दर्शाता है।” चार मई का यह वीडियो बुधवार को सामने आने के बाद से मणिपुर के पहाड़ी क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया है।
इस वीडियो में दिख रहा है कि विरोधी पक्ष के कुछ व्यक्ति एक समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड करा रहे हैं। ‘इंडिजीनियस ट्राइबल लीडर्स फोरम’ (आईटीएलएफ) के बृहस्पतिवार को प्रस्तावित मार्च से एक दिन पहले यह वीडियो सामने आया है। पुलिस ने बताया कि थाउबल जिले के नोंगपोक सेकमई थाने में अज्ञात सशस्त्र बदमाशों के खिलाफ अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर क्षोभ व्यक्त करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि इस घटना ने 140 करोड़ लोगों को शर्मसार किया है और क्रूर घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले, मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने देशवासियों को विश्वास दिलाया कि इस मामले में कानून सख्ती से एक के बाद एक कदम उठाएगा।
मालीवाल ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री से कहा, "मैं आपसे मणिपुर में हिंसा को रोकने और अपने सभी नागरिकों की गरिमा की रक्षा और सुरक्षा के लिए तुरंत तत्काल कदम उठाने का अनुरोध करती हूं।" उन्होंने प्रधानमंत्री से यह सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया कि स्थानीय अधिकारी ‘वीभत्स घटना’ के सभी आरोपियों को पकड़ने की प्रक्रिया में तेज़ी लाएं और पीड़िताओं और उनके परिवारों को जरूरी मदद और संरक्षण प्रदान करें।
मालीवाल ने कहा कि मामले में तेज़ी से कार्रवाई करने में नाकाम रहे संबंधित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी के बिना ढाई महीने से ज्यादा का समय गुजर जाना अक्षम्य है और तत्काल सुधारात्मक उपाय की जरूरत है। उन्होंने प्रधानमंत्री से स्थिति का जायजा लेने के लिए मणिपुर का दौरा करने और जरूरत के वक्त मणिपुरी महिलाओं के साथ खड़े होने का अनुरोध किया।
मालीवाल ने कहा, “ यह बेहद दुखद है कि आज तक न तो केंद्रीय महिला एवं बाल (विकास) मंत्री और न ही राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने राज्य में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हो रहे अपराधों की प्रकृति का आकलन करने के लिए राज्य का दौरा करने की ज़हमत उठाई।”
राष्ट्रीय महिला आयोग ने घटना का स्वत: संज्ञान लिया है और राज्य पुलिस प्रमुख को मामले में त्वरित कार्रवाई करने को कहा है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि उन्हें सूचित किया गया है कि मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य को भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्होंने वीडियो को लेकर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से बात की और उन्हें बताया गया कि जांच की जा रही है और उन्होंने आश्वासन दिया कि न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
राज्य की अपनी प्रस्तावित यात्रा पर मालीवाल ने कहा, “ मैं जल्द से जल्द सरकार को एक तथ्यान्वेषी रिपोर्ट सौंपने का प्रयास करूंगी, ताकि राज्य यौन अपराधों की अधिक पीड़िताओं तक पहुंच सके और ऐसे अत्याचारों को रोकने और राज्य में महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए तत्काल कदम उठा सके।” उन्होंने यह भी कहा कि वह इस मुलाकात के लिए मणिपुर के मुख्यमंत्री को अलग से पत्र लिख रही हैं।
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