ओडिशा में कांग्रेस के निलंबित नेता ने कहा- जिन्होंने कभी चुनाव नहीं जीता वे मेरे खिलाफ साजिश रच रहे
भुवनेश्वर। ओडिशा में कांग्रेस के निलंबित नेता एवं पूर्व विधायक चिरंजीब बिस्वाल ने दावा किया है कि वह कुछ ऐसे लोगों के समूह की साजिश का शिकार हुए हैं जिन्होंने कभी कोई चुनाव नहीं जीता। बिस्वाल और बाराबती-कटक से विधायक मोहम्मद मोकिम को हाल में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था।
पूर्व उपमुख्यमंत्री बसंत बिस्वाल के पुत्र चिरंजीब बिस्वाल ने कहा, मैं कांग्रेस परिवार से हूं। मैंने और मेरे भाई (आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद रंजीब बिस्वाल) ने हमेशा ओडिशा में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए काम किया है।
बीजू जनता दल (बीजद) की मजबूत लहर के बावजूद 2004 और 2014 में विधानसभा चुनाव जीतने वाले बिस्वाल ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, कुछ लोग मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हैं। ये वे लोग हैं जिन्होंने पिछले 25 वर्षों में कभी कोई चुनाव नहीं जीता।
उन्होंने दावा किया कि जगतसिंहपुर जिले के लोग उनके साथ हैं और वह अगले साल का चुनाव लड़ेंगे और अगर जरूरत पड़ी, तो एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने दावा किया कि 2019 के बाद से राज्य में हर उपचुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत घट रहा है। बिस्वाल ने कहा कि निलंबन से वह आहत हुए हैं।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से पार्टी को इस समूह से बचाने का आग्रह किया। ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) अध्यक्ष शरत पटनायक के नारे 9 से 99 (अपने मौजूदा नौ विधायकों में से 147 सदस्यीय विधानसभा में 99 सीटें जीतना) का जिक्र करते हुए बिस्वाल ने कहा, अगर कांग्रेस नेता सोचते हैं कि वे मेरे बिना लक्ष्य हासिल कर सकते हैं, तो मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं कि आपको कामयाबी मिले।
बिस्वाल ने कहा कि उन पर आरोप लगाया गया है कि झारसुगुडा उपचुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए आठ मई को पार्टी की बैठक के दौरान उनके द्वारा की गई टिप्पणियां जिम्मेदार थीं। उन्होंने कहा, अगर ऐसा है, तो पार्टी ने धामनगर और पदमपुर उपचुनाव में भी खराब प्रदर्शन क्यों किया? बैठक में मैंने केवल पार्टी को मजबूत करने के संबंध में अपने विचार व्यक्त किए। क्या कांग्रेस की बेहतरी के लिए सुझाव देना गलत है।