नैनीताल में पेयजल आपूर्ति ठप होने से हाहाकार, रविवार सुबह पानी की आपूर्ति सुचारू होने की संभावना

नैनीताल, अमृत विचार। गुरुवार को नगर के डीएसए मैदान में जेसीबी की खुदाई के दौरान पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसके बाद से आधे नैनीताल में पीने के पानी की आपूर्ति ठप पड़ी हुई है।
जिसके चलते लोगों को प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी लाने को मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं पानी नहीं होने से अधिकांश होटल खाली पड़े हैं। साथ ही नगर वासियों को भी भारी फजीहत का समना करना पड़ रहा है। हालांकि डीएम ने मामले का संज्ञान लेते हुए विभाग को जल्द से जल्द पेयजल आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिए हैं।
शनिवार को भी नगर के सात नंबर, मल्होत्रा कंपाउंड, रामपुरा, चार्टनलॉज, स्टोनले, बिरला सहित दर्जनों क्षेत्रों के करीब 10 हजार से अधिक लोगों को पीने के पानी की किल्लत झेलनी पड़ी। इसका प्रभाव होटलों पर भी देखने को मिला है। कई होटलों में पानी न होने के कारण होटलों के कमरे खाली रहे। वहीं पानी की भारी किल्लत के चलते लोगों को कई किलोमीटर दूर प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी ढ़ोने पर मजबूर होना पड़ा।
चूनाधारा ने बुझाई दस हजार से अधिक लोगों की प्यास
नैनीताल। नगर के सबसे ज्यादा आबादी वाले क्षेत्र सात नंबर, मल्होत्रा कम्पाउंड, चार्टन लॉज के 10 हजार से अधिक लोगों के लिए एक मात्र प्राकृतिक जल स्रोत चूनाधारा पर शुक्रवार रात भर पानी के लिए लोगों की लंबी कतार लगी रही। वहीं शनिवार अवकाश होने के कारण सुबह से ही लोग पानी भरने के लिए लंबी कतार में अपनी बारी का इंतजार करते रहे। बता दें कि सीजन में बर्फवारी नहीं होने से प्राकृतिक जल स्रोत भी सूखने के कगार पर पहुंच चुके हैं। वहीं चूनाधारा बीते कई वर्षों से लोगों की प्यास बुझाने का काम कर रहा है। अगर चूनाधारा भी पूरी तरह सूख चुका होता तो पूरे क्षेत्र में हाहाकार मच गया होता।
जल संस्थान के कर्मचारी पाइप लाइन जोड़ने में जुटे
जल संस्थान के सहायक अभियंता डीएस बिष्ट ने बताया कि लाइन टूटने की सूचना के बाद से ही जल संस्थान के कर्मचारी काम कर रहे हैं। गुरुवार रात से ही पाइप लाइन जोड़ने का काम किया जा रहा है। शनिवार दोपहर तक स्नो व्यू व बिरला वाली दो लाइनों को जोड़ दिया गया। जबकि रतन कॉटेज वाली तीसरी लाइन को भी रात तक जोड़ने के बाद रविवार सुबह पानी की आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी।