Kashipur News: अग्निशमन के लिए अग्निपरीक्षा न बन जाए अग्निकांड, संसाधनों के अभाव से जूझ रहा अग्निशमन विभाग

Kashipur News: अग्निशमन के लिए अग्निपरीक्षा न बन जाए अग्निकांड, संसाधनों के अभाव से जूझ रहा अग्निशमन विभाग

कुंदन बिष्ट, अमृत विचार, काशीपुर। गर्मी के मौसम में संसाधनों की कमी और पर्याप्त स्टाफ न होना अग्निशमन विभाग के लिए अग्नि परीक्षा न बन जाए। तापमान बढ़ने के साथ ही रोजाना अलग-अलग क्षेत्रों में अग्निकांड हो रहे हैं। वहीं, सबसे बड़ी समस्या आग बुझाने के लिए पानी की त्वरित उपलब्धता की आ रही है। इसकी वजह यह है कि शहर में फायर हाइड्रेंट प्वाइंट या तो खराब पड़े हैं या फिर किसी न किसी निर्माण की जद में आ चुके हैं। ऐसे में फायर कर्मियों को इन पर काबू पाने में न सिर्फ पसीना बहाना पड़ रहा है, बल्कि दम भी फूल रहा है।

भीषण गर्मी का मौसम शुरू हो गया है, ऐसे में लाजमी है कि अग्निशमन विभाग ने भी अग्निकांड से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर ली होंगी। लेकिन विभाग के सामने सबसे बड़ी समस्या संसाधन हैं। 

दरअसल, अग्निशमन विभाग के पास उपकरण न के बराबर हैं। ऐसे में लाखों की आबादी अब भगवान भरोसे है। कहने को विभाग के पास आग बुझाने के लिए 23 स्थानों पर फायर हाईड्रेंट है। लेकिन इसमें से भी घनी आबादी वाले क्षेत्र में स्थापित 8 फायर हाईड्रेंट सालों से खराब पड़े हैं। 

वहीं, 15 स्थानों पर लगे हाईड्रेंट जल संस्थान के पानी की सप्लाई पर निर्भर हैं। ऐसे में जब पानी की सप्लाई चालू होगी तभी फायर विभाग को पानी उपलब्ध हो सकेगा और यदि सप्लाई नहीं चालू होगी तो पानी नहीं मिलेगा।

इन महत्वपूर्ण स्थानों पर खराब पड़े हैं फायर हाईड्रेंट

1. नागनाथ मंदिर के पास
2. पंत पार्क मुख्य बाजार
3. जसपुर बस अड्डे के पीछे
4. आवास-विकास टंकी के पास
5. मो. पक्काकोट
6. पुष्प विहार जसपुर रोड
7. श्मशान घाट ढेला पुल के पास
8. पद्मावती कॉलोनी    

यह है वाहनों और कर्मचारियों की स्थिति

मानक के लिहाज से अग्निशमन विभाग के पास आग बुझाने के लिए चार बड़े वाहन होने चाहिए। लेकिन विभाग के पास वर्तमान में तीन बड़े वाहन हैं इसमें से भी एक वाहन मियाद पूरी होने का कारण नीलाम किया जा चुका है। कुल मिलाकर इस समय विभाग के पास महज दो बड़े व एक छोटा वाहन है। वहीं कर्मचारियों की बात करें तो विभाग में फायरमैन के 26 पद स्वीकृत हैं। वहीं इसके उल्ट आधे से अधिक 14 पद रिक्त हैं।

अग्निशमन विभाग की फैक्ट्रियों पर अधिक है निर्भरता

काशीपुर में जनसंख्या की दृष्टि से बढ़ोत्तरी तो हो रही है लेकिन सरकारी विभागों के पास उसके सापेक्ष संसाधन नहीं बढ़ रहे हैं। ऐसे में इन विभागों की निर्भरता दूसरे पर निर्भर हो रही है। अग्निशमन विभाग भी अग्निकांड की स्थिति पर फैक्ट्रियों की और ही देखता है। अग्निकांड के समय आईजीएल, नैनी पेपर मिल, सिद्धार्थ पेपर मिल समेत कई फैक्ट्रियां न केवल अपने फायर वाहन उपलब्ध कराते हैं बल्कि पानी की व्यवस्था भी करते हैं।

क्या बोले जिम्मेदार

शहर में आठ स्थानों पर फायर हाईड्रेंट खराब पड़े हुए हैं। जिन्हें ठीक करने के लिए जल संस्थान से पत्राचार किया गया है। एक वाहन के नीलाम होने के बाद विभाग के पास वर्तमान में दो बड़े वाहन हैं। एक वाहन उपलब्ध कराने के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। शीघ्र ही वाहन मिलने की उम्मीद है- वंश नारायण यादव, एफएसओ, काशीपुर। 

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