पीलीभीत: आखिरकार गिर ही गई गाज...सिपाही निलंबित, जानें क्या है मामला
रिश्वत न देने पर कर दी थी पिटाई, राज्यमंत्री खुद पहुंचे थे एसपी आवास
पीलीभीत, अमृत विचार। रिश्वत न देने पर ई-रिक्शा चालक की गन्ने से बेरहमी से पिटाई करने वाले यूपी 112 के सिपाही चंद्रमणि पर आखिरकार गाज गिर ही गई। एफआईआर दर्ज होने के बाद सुनगढ़ी पुलिस से मिली रिपोर्ट के आधार पर एसपी ने सख्त रुख अपनाते हुए सिपाही को निलंबित कर दिया है। घटना के वक्त वह ड्यूटी पर नहीं था। दर्ज एफआईआर की विवेचना में सुनगढ़ी पुलिस जुट गई है।
घटना रविवार सुबह की है। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम चंदोई निवासी ई-रिक्शा चालक वीरेंद्र मौर्य पुत्र गणेश चंद्र अमरिया थाना क्षेत्र के ग्राम बड़ेपुरा से काम निपटाकर लौट रहे थे। बरेली हाईवे पर टाइगर तिराहा के पास पहुंचते ही एक खेत की तरफ शौच करने के लिए गया। खेत से बाहर आते वक्त यूपी 112 के सिपाही चंद्रमणि ने आरोप है कि पहले रिश्वत मांगी। जब रुपये नहीं दिए तो गन्ने से ई-रिक्शा चालक की पिटाई कर दी थी।
राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार खुद पीड़ित को लेकर एसपी के आवास पर गए थे और कार्रवाई को कहा था। जिसके बाद देर शाम सुनगढ़ी थाने में ई-रिक्शा चालक की तहरीर पर सिपाही के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। उसके बाद सुनगढ़ी पुलिस ने मामले की रिपोर्ट बनाकर सीओ सिटी के माध्यम से एसपी को भेजी। फिर सिपाही पर सख्ती एक्शन लेते हुए निलंबित कर दिया गया है। इंस्पेक्टर सुनगढ़ी राजीव कुमार शर्मा ने बताया कि आरोपी सिपाही निलंबित कर दिया गया है। उसके खिलाफ दर्ज एफआईआर की विवेचना चल रही है। घटना के वक्त सिपाही ड्यूटी पर नहीं था।
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