Kanpur Weather News : कड़ाके की ठंड पड़ने से दिन में भी बढ़ी ठिठुरन, पांच डिग्री सेल्सियस तक लुढ़का पारा
Kanpur Weather News कानपुर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
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Kanpur Weather News कानपुर में कड़ाके की ठंड पड़ने से दिन में भी ठिठुरन बढ़ गई है। जिससे पांच डिग्री सेल्सियस तक दिन में पारा लुढ़का है। बढ़ी गलन, बदरी छाने से धूप बेदम हुई है।
कानपुर, अमृत विचार। साल के आखिरी सप्ताह में मौसम ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। सोमवार को दिन में पांच डिग्री सेल्सियस तक पारा लुढ़क गया। पारा गिरा तो कड़ाके की सर्दी का अहसास हुआ। सुबह कोहरे के बाद धूप निकली, लेकिन बदरी छाने की वजह से बेदम साबित हुई। बर्फीली हवा ने भी गलन बढ़ा दी। रात में भी तापमान गिरा, जिससे ठंड बढ़ गई।
मौसम का यह असर यातायात पर दिखा। फर्राटा भरने वाले दोपहिया वाहनों की भी रफ्तार जाड़े और गलन की वजह से कम रही। मौसम विभाग के अनुसार इस साल सर्दी देरी से आई है, लेकिन जनवरी में हाड़ कपाऊ सर्दी के संकेत मिल रहे हैं। सोमवार को तड़के घना कोहरा था।
कोहरे को देख दिन में मौसम नहीं खुलने जैसी स्थिति लग रही थी। तड़के कोहरा छटा और फिर धूप भी निकली। लेकिन दोपहर तक हल्की बदरी छाने की वजह से धूप बेदम साबित हुई। लोगों ने ठंड से बचने के लिए धूप का सहारा लिया। दफ्तरों और घरों में यह नजारा रहा।
मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि रविवार के मुकाबले 4.8 डिग्री सेल्यियस तक दिन में पारा घटने के साथ सोमवार को अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहा, वहीं रात में भी एक डिग्री सेल्सियस तक पारा लुढ़क गया। उन्होंने बताया कि पारा अभी और कम होगा। रात में पांच से नीचे और दिन में 15 डिग्री सेल्सियस तक पारा लुढ़कने की संभावनाएं हैं।
सात दिनों का तापमान
दिसंबर न्यू. अधि.
25 9.0 24.8
24 10.6 25.2
23 7.6 25.0
22 8.8 25.0
21 5.4 23.4
20 09.8 20.8
19 07.6 21.6
छह दिन बाद चली बर्फीली हवा
छह दिन बाद बर्फीली हवा चलने से ठंड और बढ़ गई। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिमी हवा चलने से पर्वतीय इलाकों में होने वाली बारिश और गिरने वाली बर्फ का असर तराई में दिखता है। पहाड़ों के मौसम से गुजरकर आने वाली हवा में ठंडक ज्यादा होती है, इस वजह से भी गलन बढ़ती है।
सोमवार से पहले ये हवा 20 दिसंबर को चली थी। उसके बाद पूर्वी हवा शुरू हो गई थी। इस वजह से कुछ दिन गलन में कमी भी रही। लेकिन सोमवार को फिर करीब तीन किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर पश्चिमी हवा चली हैं। उन्होंने बताया कि हवा की गति बढ़ेगी और पश्चमी हवा चलने से गलन और बढ़ने की संभावना है।