मोरबी हादसे को लेकर पुलिस ने जारी किया बयान, पुल टूटने की बताई ये वजह

मोरबी। गुजरात के मोरबी में तारों के पुल के टूटने के लिए प्रथम दृष्टया तकनीकी और संरचनात्मक खामियां और रखरखाव संबंधी कुछ कमियां जिम्मेदार हैं। इस हादसे में 134 लोगों की मौत हो गई है। राजकोट रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अशोक कुमार यादव ने कहा कि घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच के …
मोरबी। गुजरात के मोरबी में तारों के पुल के टूटने के लिए प्रथम दृष्टया तकनीकी और संरचनात्मक खामियां और रखरखाव संबंधी कुछ कमियां जिम्मेदार हैं। इस हादसे में 134 लोगों की मौत हो गई है। राजकोट रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अशोक कुमार यादव ने कहा कि घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच के लिए पुलिस फोरेंसिक विशेषज्ञों और संरचनात्मक इंजीनियर की मदद लेगी।
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यादव ने कहा, “ हमारी शुरुआती जांच में पता चला है कि तकनीकी और संरचनात्मक संबंधी खामियां इस त्रादसी के लिए जिम्मेदार हैं। इनमें प्रमाणन (की कमी) के साथ-साथ रखरखाव संबंधी कमियां भी शामिल हैं।” घटना के सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि दो मुख्य केबल में से एक के अचानक टूट जाने से संकरे पुल पर खड़े लोग नदी में गिर गए।
पुलिस ने मच्छु नदी पर तारों का पुल टूटने के मामले में सोमवार को ओरेवा समूह ग्रुप के चार कर्मियों समेत नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। ब्रिटिश काल के दौरान बने इस पुल के रखरखाव और संचालन का ठेका ओरेवा समूह को मिला था। यादव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इन नौ लोगों में से दो लोग मैनेजर हैं, जबकि दो पुल पर टिकट बुकिंग क्लर्क हैं।
हम गहन जांच करेंगे और दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि अन्य पांच आरोपियों में ओरेवा समूह द्वारा काम पर रखे गए दो मरम्मत ठेकेदार और पुल पर सुरक्षाकर्मियों के रूप में काम करने वाले तीन लोग शामिल हैं। पुलिस के अनुसार भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या की सजा) और 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास) के तहत मामला मोरबी में दर्ज किया गया है।
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