इस बार दिवाली पर सूर्य ग्रहण का संयोग, इन बातों का रखें खास ख्याल

इस बार दिवाली पर सूर्य ग्रहण का संयोग, इन बातों का रखें खास ख्याल

सूर्य ग्रहण 2022: इस बार दिवाली के ठीक एक दिन बाद 25 अक्टूबर को दुनियाभर में वर्ष 2022 का दूसरा सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। सूर्य ग्रहण 24 अक्टूबर को शाम 05.27 बजे शुरू होगा और 25 अक्टूबर की शाम 04.18 बजे तक रहेगा। हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत के कई हिस्सों में दिखाई …

सूर्य ग्रहण 2022: इस बार दिवाली के ठीक एक दिन बाद 25 अक्टूबर को दुनियाभर में वर्ष 2022 का दूसरा सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। सूर्य ग्रहण 24 अक्टूबर को शाम 05.27 बजे शुरू होगा और 25 अक्टूबर की शाम 04.18 बजे तक रहेगा। हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत के कई हिस्सों में दिखाई नहीं देगा।

इन बातों का रखें खास ख्याल
सूर्य ग्रहण से जुड़ी कई धार्मिक मान्यताएं हैं जिसके अनुसार इस दिन हमें कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण काल बेहद शुभ माना जाता है इसलिए भोजन करने से बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि सूर्य के प्रकाश की अनुपस्थिति में बैक्टीरिया तेजी से एक्टिव हो जाते हैं जिससे खाना खराब होने लगता है पके हुए खाने की तुलना में कच्चे खाद्य पदार्थ जल्दी खराब होते हैं। ग्रहण के वक्त बच्चे ,बूढ़े और गर्भवती महिला को सात्विक भोजन ग्रहण करने की अनुमति है।

ये भी पढ़ें :  राम भक्त हनुमान की मूर्ति पर क्यों लगाया जाता है सिंदूर? जानें इसके पीछे की कथा और महत्व

ग्रहण के बाद बचा हुआ खाना नहीं खाना चाहिए कहा जाता है कि सूर्य की किरणों से खाने और परहेज करने के लिए खाना- खाना खराब हो जाता है जिससे पाचन तंत्र में काफी समस्याएं आ सकती है ऐसे में मुश्किल से पचने वाले भोजन जैसे प्याज, लहसुन, मांस और मछली आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। ग्रहण के समय पानी को ग्रहण के प्रभाव से बचाने के लिए सूर्य ग्रहण के समय पीने वाले पानी को ग्रहण के प्रभाव से बचाने के लिए बाल्टी में तुलसी के पत्ते डालकर डाल दे ऐसा करने से पानी दूषित नहीं होता और ग्रहण के प्रभाव से मुक्त रहता है।

यदि सूर्य ग्रहण के बाद आप भोजन करना चाहते हैं तो ग्रहण लगने से पूर्व ही उनमें 4 से 5 तुलसी के पत्ते डाल दे इससे भोजन ग्रहण के प्रभाव से मुक्त रहता है। सूर्य ग्रहण के समय यदि आपके घर में कोई मंदिर है तो उसके कपाट बंद कर दें या मंदिर के पर्दे लगा दें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान को ग्रहण के प्रभाव से दूर रखने के लिए ऐसा करना चाहिए।

ये भी पढ़ें :  यहां हुआ था देवताओं द्वारा समुद्र मंथन, निकले थे ये 14 रत्न, यहां जानिए हर रत्न का रहस्य