बड़ा खुलासा: मुर्तजा से एक दिन पूर्व नेपाल से आए थे चार और संदिग्ध, यूपी एटीएस और आईटीबीपी मिलकर जुटा रही हैं ब्यौरा

बड़ा खुलासा: मुर्तजा से एक दिन पूर्व नेपाल से आए थे चार और संदिग्ध, यूपी एटीएस और आईटीबीपी मिलकर जुटा रही हैं ब्यौरा

लखनऊ। गोरखपुर के गोरखधाम मंदिर में गत 3 अप्रैल को सुरक्षा कर्मियों पर हमले के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जहां मंदिर में हमला करने वाला मुर्तजा 2 अप्रैल को नेपाल से आया था, वहीं इसके ठीक एक दिन पूर्व एक अप्रैल को चार और संदिग्ध भी नेपाल बॉर्डर को पार कर भारत आए …

लखनऊ। गोरखपुर के गोरखधाम मंदिर में गत 3 अप्रैल को सुरक्षा कर्मियों पर हमले के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जहां मंदिर में हमला करने वाला मुर्तजा 2 अप्रैल को नेपाल से आया था, वहीं इसके ठीक एक दिन पूर्व एक अप्रैल को चार और संदिग्ध भी नेपाल बॉर्डर को पार कर भारत आए थे। उत्तर प्रदेश एटीएस और इंडो-तिब्बतियन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) भी इस बिन्दु पर जांच कर रही है और नेपाल से बीते दिनों आने वालों का ब्यौरा इकट्ठा कर रही है।

याद रहे कि गत गुरुवार रात भी एटीएस ने नेपाल बॉर्डर से सटे नौतनवा कस्बे में गेस्ट हाउस में छिपे दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। ये दोनों कुछ दिन पूर्व ही नेपाल से आए थे। एक युवक के पास रॉ की फर्जी आईडी भी बरामद हुई थी।

बॉर्डर के समीप इलाकों में लोगों से चल रही पूछताछ, प्रमुख रास्तों पर पुलिस चेकिंग

गोरखधाम मंदिर में हमले के प्रकरण को लेकर नेपाल बॉर्डर से सटे क्षेत्रों में एटीएस, आईटीबीपी और पुलिस लोगों से पूछताछ कर रही है। होटलों को भी हाल के दिनों में नेपाल से आने वालों का ब्यौरा मांगा गया है। वहीं बस्ती जिले के आईजी राजेश मोदक के निर्देश पर बढ़नी-ढेबरूआ मार्ग, शोहरतगढ़-खुनुवा मार्ग, इटवा से देवी पाटन मार्ग पर चेकिंग लगाकर नेपाल से आने-जाने वालों के रिकॉर्ड अंकित किये जा रहे हैं।

मदरसे के लिए चंदा मांगने के नाम पर गोरखपुर में घूम रहे थे नेपाली युवक

याद रहे कि गत 5 मार्च को गोरखपुर के गोलघर में गांधी आश्रम के समीप करीब 10 युवक मदरसे के नाम पर चंदा मांग रहे थे। सभी युवकों ने बताया था कि वे नेपाल के भैरहवा के रहने वाले हैं। जब उनसे ज्यादा पूछताछ की गई तो वे भाग निकले।

नेपाल से आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही है। यूपी एटीएस मामले में हर छोटी-बड़ी सूचना पर सघन जांच कर रही है। अगर किसी भी संदिग्ध के बारे में जानकारी मिलती है तो उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी…प्रशांत कुमार, एडीजी, कानून एवं व्यवस्था, उत्तर प्रदेश।

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