लखनऊ: चारबाग रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने की कवायद हुई शुरू

लखनऊ। पीपीपी मॉडल पर नहीं चारबाग रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाने के लिए रेलवे प्रशासन ने खुद ही पैर बढ़ा दिए हैं। इसके लिए वह अगले एक हफ्ते में रिपोर्ट तैयार करेगा। स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने के लिए प्रोजेक्ट का डीपीआर एक सप्ताह में तैयार किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद …
लखनऊ। पीपीपी मॉडल पर नहीं चारबाग रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाने के लिए रेलवे प्रशासन ने खुद ही पैर बढ़ा दिए हैं। इसके लिए वह अगले एक हफ्ते में रिपोर्ट तैयार करेगा। स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने के लिए प्रोजेक्ट का डीपीआर एक सप्ताह में तैयार किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।
इसके बाद डीपीआर की मंजूरी के लिए उसे रेलवे बोर्ड भेजा जाएगा। मंजूरी मिलने के बाद निर्माण की दिशा में काम शुरू किया जाएगा। खास बात यह है कि डीपीआर में यात्रियों की सुविधा के लिए ढेरों सुविधाएं शामिल की गई है।
चारबाग स्टेशन के पुनर्विकास के लिए प्रोजेक्ट को नए सिरे से तैयार की जाएगी। इस प्रोजेक्ट में 556.8 करोड़ की जगह 350 करोड़ रुपये खर्च होंगे। लखनऊ जंक्शन के पार्सल घर के पास की जमीन का उपयोग भी इस विकास योजना में किया जाएगा।
अब रेल आरक्षण केंद्र से चारबाग स्टेशन के पार्सल घर तक भूमिगत रास्ता नहीं बनेगा। इतना ही नहीं भूमिगत तीन मंजिला पार्किंग को भी नए डीपीआर में जगह नहीं दी गई है। इस प्रोजेक्ट का जिम्मा रेल भूमि विकास प्राधिकरण के पास है।
दरअसल, पीपीपी माडल के तहत एनबीसीसी और रेल भूमि विकास प्राधिकरण को इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन कुछ समय बाद ही नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन ने इस प्रोजेक्ट से अपने पैर खींच लिए।
बाद में रेल भूमि विकास प्राधिकरण ने बीते अप्रैल 2021 में निजी कंपनियों से रिक्वेस्ट आफ इंट्रेस्ट की डिमांड की। अदाणी ग्रुप और जीएमआर सहित आठ बड़ी कंपनियों ने इसमें हिस्सा लिया था। इस बीच रेल मंत्रालय ने पीपीपी माडल की जगह अपने ही संसाधन से पुनर्विकास योजना को पूरा करने के निर्देश दिए।
इन बिंदुओ पर तैयार होना है डीपीआर
- चारबाग स्टेशन पर प्लेटफार्मों के ऊपर बनेगा एयर कानकोर्स
- एयर कानकोर्स के नीचे से गुजरेगी ट्रेन, ऊपर इंतजार करेंगे यात्री
- 23 एकड़ कमर्शियल भूखंड का होगा विकास
- लखनऊ जंक्शन के सभी छह प्लेटफार्म पर कवर शेड बनेगा
- चारबाग स्टेशन पर प्लेटफार्मों पर नहीं बनेगा दूसरा भूमिगत रास्ता
- स्टेशन के दूसरे छोर पर विकास कार्य दूसरे चरण में होगा
- लखनऊ जंक्शन और चारबाग स्टेशन स्काईवाक से जुड़ेंगे
- यात्रियों के लिए 12 एस्केलेटर व लिफ्ट होगी, दो की जगह चार नए प्लेटफार्म बनेंगे
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